रांची:
झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से शराब कारोबार की आड़ में अवैध उगाही में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। दीपक प्रकाश ने कहा पूरे प्रदेश में शराब की सरकारी दुकान में तय कीमत से अधिक राशि की खुलेआम वसूली की जा रही है। जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार प्रति माह लगभग 70 करोड़ रूपए की वसूली की बात सामने आ रही है।
कोई अनाड़ी भी समझ सकता है कि इतना बड़ा घोटाला और उगाही बगैर सरकारी संरक्षण के संभव नहीं है? क्या बगैर ऊपरी कनेक्शन और बिना बरदहस्त के निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा इस प्रकार की हिम्मत की जा सकती है ? साफ है कि अवैध उगाही का सारा खेल सरकार के संरक्षण में किया जा रहा है।
घोटाले और उगाही के तार किससे जुड़े हैं!
दीपक प्रकाश ने कहा कि जो चीजें सामने आई हैं उसमें कहा जा रहा है कि पूरा पैसा ऊपर पहुंचता है। जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार इसके तार सीधे सरकार से जुड़ते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछेक वीडियो भी दिख रहे हैं जिसमें इसके तार संबंधित मंत्री से जुड़े होने की बात कही जा रही है। सरकार सार्वजनिक करे कि इस घोटाले और उगाही के तार किससे जुड़े हैं।
शराब दुकानों में रेटचार्ट तक नहीं टंगा है!
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सबसे आश्चर्य की बात है कि किसी दुकान में रेटचार्ट तक नहीं टंगा है और ना ही डिजिटल भुगतान की कोई व्यवस्था है। इससे साफ है कि सब कुछ एक प्लानिंग के तहत किया जा रहा है। बीजेपी ने पूर्व में ही कहा था कि शराब कारोबार के मामले में झारखंड सरकार की नीयत साफ नहीं है। राज्य सरकार केवल लूट खसोट की नीति बना रही है। सरकार बताए कि इस अवैध उगाही का हिस्सा कहां तक पहुंचता है।