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पलामू : नक्सलियों के गढ़ रहे कुंडिलपुर में पहली बार पंहुचे डीसी-एसपी

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द फॉलोअप डेस्क
कभी नक्सलियों के गढ़ रहे कुंडिलपुर गांव में पहली बार गुरुवार को जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के पदाधिकारी पहुंचे। डीसी आंजनेयुलू दोड्डे और एसपी चंदन कुमार सिन्हा समेत कई वरीय पदाधिकारी जिले के सुदूरवर्ती प्रखंड मनातू के रंगिया पंचायत अंतर्गत पहाड़ पर बसे कुंडिलपुर गांव दुर्गम रास्ते से मोटरसाइकिल पर सवार होकर पहुंचे। यहां रहने वाले आदिम जनजातियों का कुशलक्षेम जाना। बताते चलें कि मनातू प्रखंड से कुंडिलपुर तक सड़क कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण वरीय अधिकारियों को बिहार के गया जिले के इमामगंज से होते हुए जाना यहां जाना पड़ा। कुंडिलपुर पंहुचकर डीसी ने आदिम जनजाति के लोगों संग संवाद किया। उनकी जरूरतों व समस्याओं से अवगत हुए। संवाद के दौरान स्थनीय लोगों ने डीसी से पीएम आवास, अंबेडकर आवास, पानी, बिजली, पेंशन, शिक्षा, राशन, आंगनबाड़ी, सड़क और रोजगार आदि से संबंधित समस्याओं को डीसी के सामने रखा। इस दौरान स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों के बीच स्वेटर, खेल सामग्री और चॉकलेट का वितरण किया गया। डीसी और एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने स्कूली बच्चों संग खाना खाया।

डीप बोरिंग और तालाब निर्माण की मांग
गांव वालों ने पानी के संकट को दूर करने के लिए डीप बोरिंग और तालाब निर्माण कराने का अनुरोध किया। इस पर डीसी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए निर्माण कार्य कराने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया। डीसी ने कहा कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों से या सीधे मुझसे संपर्क करें।

 

अफीम की खेती छोड़ पारंपरिक खेती से जुड़ें
पूरे इलाके में हो रहे अफीम की खेती को लेकर पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने सभी को रोजगार से जुड़ने और पारंपरिक खेती करने की सलाह दी। उन्होंने कहा अफीम खेती करना कानूनन अपराध है। पकड़े जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई होगी। इस दौरान एसपी ने वहां लहलहा रहे अफीम के फसलों को नष्ट करने का निर्देश पुलिस के जवानों को दिया। जिसके बाद बड़ी मात्रा में अफीम के फसलों को नष्ट किया गया। एसपी ने लोगों से कहा कि आपलोगों की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है। भयमुक्त होकर सरकार द्वारा दी जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए विकास के मुख्यधारा से जुड़ें।

आंगनबाड़ी सेविका को किया सेवामुक्त
कुंडिलपुर के आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान डीसी ने केंद्र और और रसोईघर को गंदगीयुक्त पाया। सहायिका से पूछताछ के क्रम में पाया की सेविका ज्यादातर केंद्र से नदारद रहती हैं। इस पर सेविका को फटकार लगाते हुए तत्काल सेवामुक्त कर दिया गया। साथ ही नई सेविका के रूप में स्थानीय महिला का चयन करने का आदेश डीसी ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया।

 

ग्रामीणों की मांग को जल्द पूरा करने का प्रयास
डीसी ने मीडिया से कहा कि ग्रामीणों द्वारा कई मांग किए गए हैं। उसे जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। ग्रामीणों के मांग के अनुरूप शीघ्र ही तालाब निर्माण और डीप बोरिंग की स्वीकृति दी जायेगी। यहां पहुंचने का रास्ता कठिन है। रास्ते को सुगम बनाने के लिए सबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर सड़क निर्माण की दिशा में जल्द ही कार्य किया जाएगा। युवकों को गाड़ी खरीदने और रोजगार से जोड़ने के लिए लोन की व्यवस्था की जाएगी। अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का निर्देश स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों को दिया गया है।

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