द फॉलोअप डेस्क
जमशेदपुर के डीसी कर्ण सत्यार्थी ने पोटका प्रखंड अंतर्गत भाटिन पंचायत के चाटीकोचा गांव का दौरा किया। इस दौरान डीसी ने ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को जाना। निरीक्षण के दौरान डीसी ने ग्रामीणों की ओर से उठाये गये मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए समाधान के लिए प्रखंड प्रशासन को आवश्यक निर्देश भी दिये।
निरीक्षण के क्रम में ग्रामीणों ने यूसीआईएल (UCIL) से संबंधित पुनर्वास, मुआवजा, रोजगार और स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं साझा कीं। ग्रामीणों ने बताया कि कई परिवारों को अबतक मुआवजा राशि नहीं मिली है और न ही उन्हें रोजगार मिला है। उन्होंने यह भी मांग की कि जिन कर्मियों की मृत्यु हो चुकी है, उनके परिजनों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाये तथा जिनके आवेदन प्रक्रियाधीन हैं, उनकी प्रक्रिया में तेजी लायी जाये। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि रोजगार के अभाव में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बन गयी है।
पेयजल और स्वास्थ्य को लेकर जताई चिंता
ग्रामीणों ने गांव में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत की। उन्होंने यह भी बताया कि गांव से सटे टेलिंग पॉन्ड के कारण हवा में उड़ने वाले यूरेनियम कचरे के धूलकण से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। चाटीकोचा के ग्रामीणों ने बेनशोल में प्रस्तावित पुनर्वास पर सहमति जतायी और डीसी से जल्द कार्रवाई की मांग की।
टेलिंग पॉन्ड का निरीक्षण कर लिए तथ्यों की जानकारी
गांव का निरीक्षण करने के उपरांत डीसी ने टेलिंग पॉन्ड का भी जायजा लिया। ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि यह टेलिंग पॉन्ड कई बार ओवरफ्लो करता है, जिससे आसपास का जलस्रोत प्रदूषित होता है। गर्मी के दिनों में उड़ने वाले धूलकण लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बनते हैं। डीसी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है और सभी बिंदुओं पर चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई की जायेगी।