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सफलता : कस्टमर केयर अधिकारी बन एनीडेस्क डाउनलोड कराकर ठगी करने वाला साइबर फ्रॉड गिरफ्तार

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द फॉलोअप डेस्क
गूगल पर कस्टमर केयर अधिकारी बनकर एनीडेस्क ऐप डाउनलोड कराकर ठगी करने वाला साइबर ठग को अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) झारखंड की साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साइबर अपराधकर्मी तैयब अंसारी को दुमका के मसलिया थाना स्थित धावाडंगाल गांव गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तार अपराधी के पास से 02 मोबाइल,  03 सिम, 04 चेक (कांड से संबंधित), 02 आधार कार्ड, 06  एटीएम कार्ड और 01 पासबुक बरामद किया गया है।

 

लालपुर निवासी से की थी ठगी
साइबर डीएसपी नेहा बाला ने इस संबंध में बताया कि प्रदीप कुमार मोदी (पता 601 अमलताश बिल्डींग, मोदी कंपाउंड, थाना- लालपुर) ने आवेदन के आधार पर यह कार्रवाई हुई है। आवेदन में बताया गया था कि उनके द्वारा गूगल पर टाटा प्ले सिस्टम का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया गया था। गूगल पर मौजूद साइबर अपराधियों द्वारा कस्टमर केयर के नाम पर डाले गये 10 अंक के मोबाइल नंबर पर फोन किया। इसके बाद कस्टमर केयर अधिकारी ने एनीडेस्क एप्लीकेशन गूगल प्ले से इंस्टॉल करवाकर इनके मोबाइल का Remote Access लेते हुए इनके साथ कुल 2,00,000 (दो लाख रुपया की ठगी कर ली। इस ठगी को करने के लिए साइबर अपराधियों द्वारा कोटेक बैंक के C.S.P अकाउंट तथा विभिन्न दुकान के फर्जी मरचेन्ट अकाउंट पर निर्गत P.O.S/ EDC मशीन का इस्तेमाल किया गया। उक्त कांड में अनुसंधानकर्ता द्वारा अनुसंधान के क्रम में संलिप्ता के बिंदू पर अनुसंधान करते हुए कांड संलिप्त एक साईबर अपराधकर्मी तैयब अंसारी को गिरफ्तार किया।

ऐसे करता था साइबर फ्रॉड
कस्टमर केयर के नाम पर ठगी करने के लिए साइबर अपराधी गूगल पर टाटा प्ले के कस्टमर केयर के हेल्पलाईन के नाम पर अपना फर्जी नंबर डाल दिया था। जब लोग आम सहायता के नाम पर इस नंबर पर फोन करते थे तब यह Any Desk / Quik Support Screen Sharing Application उनके फोन में इंस्टॉल करवाकर ट्रांजेक्शन करवाते थे। इसके बाद उनका इंटरनेट बैंकिंग, UPI का डिटेल ले कर पैसों का अवैध रूप से निकासी कर लेते थे। पैसों की निकासी के लिए C.S.P अकाउंट और अलग-अलग दुकान के नाम पर फर्जी Merchant Account खोलकर Paytm/kotak बैंक का POS Machine निर्गत करवाते थे। फर्जी बैंक खाताओं में पैसे डालकर ATM तथा UPI से पैसों की निकासी करते थे।

इस अपराध शैली से ऐसे बचें
1. किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आने पर अपनी कोई भी निजी जानकारी साक्षा न करें।

2. Internet Search Engine, Google Ads एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिए Customer Care व Helpline Number पर भरोसा न करें। कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा Official Website पर ही संपर्क करें।

3. किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गये Unknown लिंक या URL पर ना क्लिक करें और ना ही किसी अन्य नंबर पर forward करें। बैंक के UPI Application से संबंधित रजिस्ट्रेशन के लिए बैंक के Official नंबर से ही मैसेज आता है।

4. साइबर अपराध का शिकार होने पर हेल्पलाईन नं. 1930 और ऑनलाईन www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।