देवघर:
देवघर में सिकटिया सिंचाई परियोजना के शिलान्यास के मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार के साथ संबंधों पर बड़ी टिप्पणी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार 2 वर्षों से हमारा राज्य सुखाड़ की समस्या से ग्रस्त है लेकिन केंद्र से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि शायद हमलोग केंद्र सरकार को पसंद नहीं हैं। ऐसा क्यों? पता नहीं।
गठन होते ही सरकार के सामने थी चुनौतियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में गठन के बाद ही सरकार पर चुनौतियों की बारिश हो गई। अभी मैं ठीक से कुर्सी पर बैठा भी नहीं था कि कोविड महामारी ने दस्तक दी। तकरीबन 2 साल विकास कार्य बाधित हुआ। पिछले साल मानसून की अनियमितता से सुखाड़ पड़ा। इस वर्ष भी अपेक्षित खेती नहीं हो पाई। ऐसे में केंद्र से सहयोग की अपेक्षा होती है लेकिन लगता है हम केंद्र को कुछ खास पसंद नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लगता केंद्र सरकार और मौजूदा कुछ राजनीतिक पार्टियों ने किसानों का विनाश करने का ठान लिया है। नीतियां ही वैसी बना रही है।
पूर्ववर्ती सरकारों में कई परियोजनाएं पूरी नहीं हुई
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने जो भी परियोजनाएं शुरू की वह पूरी नहीं हो सकी। कई परियोजनाएं पूरी हुई तो उसकी लागत बढ़ गई। जब निर्माण शुरू हुआ तो लागत 2 हजार करोड़ रुपये था और जब बनकर तैयार हुआ तो लागत 20 हजार करोड़ तक पहुंच चुकी थी।