देवघर:
देवघर में सिकटिया सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र और पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया। केंद्र तो ऐसा काला कानून लाने जा रही थी कि यदि वह लागू हो जाता तो किसान कहीं के नहीं रहते। 1 साल लंबा चले आंदोलन के बाद केंद्र ने कृषि कानून वापस लिया। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर तंज करते हुए सीएम सोरेन ने कहा कि उन्होंने ऐसी नहर बनाई जो पानी छोड़ते ही बह गई।
कोल्हान और संताल में होता था पलायन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 2019 में सरकार गठन के बाद मैंने पाया कि कोल्हान और संताल परगना प्रमंडल से किसानों को पलायन होता है। विभाग की समीक्षा बैठक में पता चला कि सिंचाई सुविधा की कमी की वजह से पलायन हो रहा है। मैंने अधिकारियों को देशभर में घूम कर बेहतर सिंचाई तकनीक की जानकारी जुटाने का निर्देश दिया। उसी तकनीक के आधार पर पहले दुमका के मसलिया में सिंचाई परियोजना शुरू की गई और आज देवघर में सिकटिया सिंचाई परियोजना की नींव रखी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका लाभ मधुपुर, जामताड़ा और सारठ विधानसभा क्षेत्र के 1 लाख किसानों को मिलेगा। हर मौसम में खेती हो सकेगी।
भविष्य में गंगा नदी से पानी लाने की योजना बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे कभी-कभी हैरानी होती है कि ऐसी परियोजनाओं का उद्घाटन करने का मौका मुझे मिलता है। 2013-14 में मैंने यहीं अजय बराज का उद्घाटन किया था और अब सिकटिया सिंचाई परियोजना की नींव रख रहा हूं। उन्होंने कहा कि भविष्य में गंगा नदी से पाइपलाइन के जरिए सिंचाई और पेयजल के लिए पानी लाने की योजनाएं तैयार की जाएंगी। किसानों को हक मिलेगा।