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Ranchi : रांची हिंसा पर पूछा सवाल तो भड़के सीएम हेमंत सोरेन, पत्रकारिता छोड़ने की नसीहत दे डाली

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रांची: 

रांची हिंसा पर पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री हेमतं सोरेन भड़क गए। सवाल से नाराज मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों को पत्रकारिता छोड़ने तक की नसीहत दे दी। मुख्यमंत्री ने रांची हिंसा पर आगे की कार्रवाई के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि क्या करें। पेट्रोल-डीजल लेकर सड़क पर उतर जाएं। दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, तभी मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल पूछा था। 

पत्रकारों के सवाल पर भड़के सीएम
रक्तदाता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पत्रकारों ने पूछा कि, राज्यपाल रमेश बैस ने पुलिस और जिला प्रशासन से जुड़े कई वरीय अधिकारियों को तलब किया था। कई सवाल पूछे हैं। आप की प्रतिक्रिया क्या है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहां रक्तदान शिविर में हिस्सा लेने आए हैं। मैंने भी आज रक्तदान किया है। मुख्यमंत्री ने यहां पत्रकारों से कहा कि आप लोग एके-47 (माइक) और दूरबीन (कैमरा) लिए जो खड़े हैं। मैं चाहता हूं कि आप सब मीडियाकर्मी भी रक्तदान करें। हालांकि, पत्रकार उनसे रांची हिंसा और जांच के बारे में कुछ बोलने का आग्रह करते रहे। 

पत्रकारिता छोड़ने की नसीहत दे डाली
इसी बीच एक पत्रकार ने पूछा कि आप इस बारे में कुछ तो बोलिये। मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि मैं क्या बोलूं। आप लोग मुझसे क्या और कैसा जवाब चाहते हैं। जब पत्रकारों ने पूछा कि इस घटना को लेकर राज्य सरकार द्वारा आगे क्या कदम उठाए जाएंगे तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि क्या चाहते हैं आपलोग। पेट्रोल-डीजल लेकर सड़क पर उतर जाएं। जब एक पत्रकार ने मुख्यमंत्री से पूछा कि आपके इस बयान का क्या मतलब है कि लोगों से आवेश में आकर गलतियां हो जाती हैं। मुख्यमंत्री ने चिढ़कर कहा कि यदि आपको मतलब नहीं पता है तो पत्रकारिता छोड़ दीजिए। इसके बाद वो चले गये। 

राज्य सरकार आलोचना झेल रही है
गौरतलब है कि रांची में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को लेकर राज्य सरकार आलोचना का सामना कर रही है। आरोप लग रहे हैं कि राज्य सरकार ने समय रहते स्थिति को काबू में करने के जरूरी उपाय नहीं किए। जब देशभर में ऐसी स्थितियां बन रही थी तो पुलिस की तैयारी पर्याप्त नहीं थी। विपक्ष, आरोप लगा रहा है कि सरकार उपद्रवियों का बचाव कर रही है। राज्यपाल ने वरीय अधिकारियों को तलब किया लेकिन सीएमओ से अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है।