द फॉलोअप डेस्क, लोहरदगा:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को लोहरदगा में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 133 करोड़ रुपये की 21 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। मौके पर मुख्यमंत्री ने 80,208 लाभुकों के बीच 132 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का भी वितरण किया। कार्यक्रम में लाभुकों के बीच प्रमाण पत्र, स्वीकृति पत्र और नियुक्ति पत्र का वितरण किया। गौरतलब है कि आपकी योजना, आपके अधिकार, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तीसरे चरण की तीसरी सभा में मुख्यमंत्री ने लोहरदगा के चीरी और कुडू में आयोजित शिविर में शिरकत की।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM लोहरदगा में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर ₹133 करोड़ की 21 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास एवं 80, 208 लाभुकों के बीच ₹132 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण हुआ। pic.twitter.com/qhATsJGpP6
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) November 28, 2023
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार अभियान का यह तीसरा चरण है। राज्यवासियों के द्वार तक राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का यह लगातार तीसरा साल है। यह आदिवासी- मूलवासी की सरकार है। अंतिम व्यक्ति तक पहुंच कर उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना है। अब तीसरे चरण में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत पंचायत और वार्ड स्तर पर शिविर आयोजित हो रहें हैं। जहां पदाधिकारी नहीं जाते थे, आज वे योजनाएं लेकर आपके बीच आ रहें हैं। ताकि राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक को उनका अधिकार और योजनाओं का लाभ मिले। ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही। मुख्यमंत्री आज लोहरदगा के चीरी, कुड़ू में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
झारखंड में गांव के विकास से मजबूत होगा राज्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके गांव, पंचायत में हमने पदाधिकारियों को योजनाओं की गठरी बांधकर भेजने का काम किया है। पूर्व की सरकारों ने कभी गांव, गरीब, किसान सहित आम जनता की सुध लेने का काम नहीं किया। यही कारण है कि लाखों आवेदन शिविरों में आये। पूर्व की सरकार कभी पदाधिकारियों को गांव, पंचायत में भेजने का काम नहीं करती थी। हमने यह सब बदला। आज लाखों जरूरतमंद लोगों को अधिकार मिल रहा है। पदाधिकारी आमजन की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा- सरकार की योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए है। हमें यहां की जड़ों को मजबूत करना है। जड़ यहां के किसान, श्रमिक, नौजवान हैं।
पांच वर्ष के दिव्यांग को भी पेंशन मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब पांच वर्ष उम्र के दिव्यांग को भी पेंशन देगी। प्रथम चरण के अभियान के सबसे अधिक आवेदन पेंशन के लिए आए थे। सरकार ने इसकी जानकारी जुटाई और इस पर विचार करते हुए सभी वृद्ध को, विधवा महिला को पेंशन देने का कानून बनाया। अब सभी को ससमय पेंशन का लाभ मिल रहा है। हमने इसके लिए तय संख्या की बाध्यता को समाप्त कर दिया।
ग्रामीणों को मिलेगा ग्राम गाड़ी योजना का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा झारखण्ड के जरूरतमंदों के लिए 8 लाख आवास की स्वीकृति केंद्र सरकार ने नहीं दी। अब हमारी सरकार राज्य संपोषित अबुआ आवास योजना के तहत अहर्ता प्राप्त जरूरतमंद को योजना से आच्छादित कर रही है। यह 3 कमरों का सुसज्जित आवास होगा। आवास आवंटन की प्रक्रिया भी आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शुरू हो चुकी है। केंद्र सरकार की अनदेखी के बाद यहां के लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार के लिए जरूरी था। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्राम गाड़ी योजना शुरू कर रही है, जिसमें वृद्ध, आंदोलनकारी समेत अन्य को निःशुल्क बस सेवा प्रदान की जाएगी। ताकि ये भी शहर से जुड़ सकें।
मिलेगा वन पट्टा, खेल और खिलाड़ियों को मिल रहा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा -वनों पर निर्भर रहने वालों को वन पट्टा देने हेतु अबुआ बीर अबुआ दिशोम अभियान चलाया जा रहा है। ताकि, अहर्ता प्राप्त लोगों को वन पट्टा दिया जा सके। इस अभियान को हमें पूरा करना है। मुख्यमंत्री ने कहा- खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश में पहली बार एशियन हॉकी चैंपियनशिप ट्रॉफी का साक्षी झारखण्ड बना। आपकी सरकार ने खिलाड़ियों को मिलने वाली सम्मान राशि में बढ़ोत्तरी की है। साथ ही, खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा सभी चरणों में जिलों में जाकर मैं खुद इस अभियान की समीक्षा कर रहा हूँ कि लोगों को लाभ मिल रहा है या नहीं।