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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों दिल्ली प्रवास पर हैं। वहां मुख्यमंत्री ने एक प्रेस वार्ता में राज्य में जारी ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि ईडी राज्य में सरकार को अस्थिर करने की साजिश के तहत कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि, ये बताना जरूरी नहीं है कि झारखंड में ईडी की कार्रवाई का संदर्भ क्या है।
Delhi | I came to Delhi to meet Sonia Gandhi and discuss the Rajya Sabha election and other issues. From JMM - Congress alliance one candidate will be fielded. There are no differences between JMM and Congress: Jharkhand CM Hemant Soren pic.twitter.com/mrw9IqMaVG
— ANI (@ANI) May 29, 2022
ईडी ने कोई भी सार्वजनिक बयान नहीं दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 2008-09 में राजनीति का हिस्सा नहीं था। एमपी या एमएलए नहीं था। तब 4 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था लेकिन कभी जांच नहीं हुई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में ईडी की चहलकदमी बीते 20-25 दिन से जारी है। इस दरम्यान ईडी की वेबसाइट या किसी भी अन्य सार्वजनिक मंच से एक भी बात देश की जनता को नहीं बताई गई। ईडी बता पाने में सक्षम ही नहीं है। ईडी ने अब तक नहीं बताया कि उनको कार्रवाई में क्या हासिल हुआ। केस की प्रगति क्या है। उनको कार्रवाई के दौरान कौन से सबूत या तथ्य मिले हैं। केस की स्थिति की अपडेट नहीं है।
मनरेगा घोटाला ईडी अधिकारियों का लक्ष्य नहीं
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री मैं जितना समझता हूं, ईडी मनरेगा घोटाला की जांच के लिए आई थी। मामला चतरा और खूंटी जिले का है लेकिन मेरी संज्ञान में कभी नहीं आया कि ईडी के अधिकारियों ने कभी भी इन जिलों का दौरा किया हो। केस से जु़ड़े लोगों से पूछताछ की हो। सीएम ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ईडी के लोग मनरेगा घोटाला में कुछ तलाश भी रहे हैं। उनकी इच्छा भी नहीं है। उनका लक्ष्य कहीं औऱ है।
समय आने पर ही पता चलेगा कि मंशा क्या है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार कभी मोहनजोदड़ों की खुदाई हुई थी वैसे ही झारखंड में खुदाई चल रही है। वैसे भी आजकल मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे की खुदाई हो रही है। लोग 500 साल पुरानी कहानियों को ढूंढ़ रहे हैं।
हमें ईडी की कार्रवाई से कोई शिकायत नहीं है!
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमें ईडी की कार्रवाई या छानबीन से कोई शिकायत नहीं है। हमें कोई एतराज नहीं है। समस्या, ईडी के क्रियाकलाप से है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को 3 साल होने वाले हैं। इन तीन सालों में 2 साल कोविड में गुजरे। किसी भी खनिज संपदा का ऑक्शन नहीं हुआ। ना कोयले का और ना ही पत्थर का। पता नहीं ईडी क्या तलाश रही है।