द फॉलोअप डेस्क, रांची:
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपाई सोरेन को विधायक दल का नेता घोषित किया गया है। मीडिया से बात करते हुए बोरियो से झामुमो विधायक औऱ वरिष्ठ नेता लोबिन हेम्ब्रम ने कहा है कि चंपई के नाम पर कोई विरोध नहीं है। हमारा समर्थन है। उन्होंने कहा कि अभी मैं अपने गांव में हूं। खेतीबारी का कुछ काम था। कल यानि 2 फरवरी की शाम तक रांची आ रहा हूं। गौरतलब है कि बुधवार को द फॉलोअप से बात करते हुए लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि मैं चंपाई सोरेन के नाम का समर्थन नहीं करूंगा।झारखंड की सियासत में जो भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि झारखंड गठन के 23 साल बाद अधिकांश समय तक यहां आदिवासी मुख्यमंत्री ही रहे हैं लेकिन बावजूद इसके आदिवासी बहुल राज्य की दुर्दशा देखकर दुख होता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सत्ता परिवर्तन हो रहा है तो शिबू सोरेन के परिवार का ही कोई सदस्य होता तो अच्छा रहता।
हैदराबाद शिफ्ट किए गए सत्तादल की विधायक
झारखंड के सत्ताधारी विधायकों को हैदराबाद ले जाया गया। गुरुवार की देर शाम रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सत्तापक्ष के विधायकों को 2 विशेष चार्टेड विमान से हैदराबाद ले जाया गया। झारखंड में जारी सियासी संकट जब तक स्थिरता की ओर लौटता नहीं दिखाई देता, विधायक हैदराबाद में रहेंगे। इस दौरान विधायक दल का नेता चुने गये चंपई सोरेन के साथ प्रदीप यादव, विनोद सिंह, आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता फिलहाल रांची में ही रहेंगे। अब बड़ा सवाल यह है कि विधायकों को हैदराबाद ही क्यों ले जाया गया है? दरअसल, झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और इस्तीफे के बाद अब राज्य में पिछले तकरीबन 24 घंटे से कोई सरकार नहीं है। चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया जिसे राज्यपाल की मंजूरी नहीं मिली है। अब नई सरकार के गठन में हर 1 घंटे की देरी से विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका मजबूत हो रही है। इसलिए एहतियातन विधायकों को हैदराबाद ले जाया जा रहा है।
हेमंत सोरेन ने दिया इस्तीफा
गौरतलब है कि बुधवार देर शाम तकरीबन 5 बजे ही ईडी ने हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला केस में पूछताछ के दरम्यान हिरासत में ले लिया था। आज PMLA कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई जहां आज फैसला सुरक्षित रख लिया गया है। वहीं हेमंत को आज रात के लिए होटवार जेल भेज दिया गया है। बुधवार को ईडी अधिकारियों के साथ राजभवन जाकर उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। चंपई सोरेन के पत्र के मुताबिक राज्यपाल ने रात 8:45 बजे इस्तीफा मंजूर कर लिया था। तुरंत बाद विधायक दल का नेता चुने गये चंपई सोरेन ने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र सौंपते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया लेकिन राज्यपाल ने वक्त लेने की बात कही। गुरुवार को भी दोपहर में चंपई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा। शाम 5:30 बजे उनकी राज्यपाल से मुलाकात की जहां कहा गया कि मैं विधि-विशेषज्ञों से राय ले रहा हूं। कल बताऊंगा। इसके बाद सर्किट हाउस में ठहरे विधायकों को बस में बिठाकर एयरपोर्ट लाया गया और वहां से विशेष विमान के जरिये हैदराबाद रवाना किया गया।