रांची:
एशिया के पहले आदिवासी कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। आज शाम साढ़े 4 बजे कार्डिनल पी टोप्पो की अंत्येष्टि रांची के संत मेरी कैथेड्रल चर्च के अंदर की जाएगी। इससे पहले लोयला मैदान में मिस्सा अनुष्ठान होगा। आज 12 बजे तक विश्वासियों को उनके अंतिम दर्शन की अनुमति होगी। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लोयला मैदान में दिवंगत पी टोप्पो के अंतिम दर्शन के लिए जाएंगे। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के भी वहां जाने की संभावना है। रोम के राजदूत और पोप फ्रांसिस के प्रतिनिधि भी कार्डिनल पो टोप्पो के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
संत मेरी चर्च की वेदी के बाईं ओर खोदी गई कब्र
बता दें कि दिवंगत कार्डिनल तेलेस्फर पी टोप्पो के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए संत मेरी कैथेड्रल चर्च में पवित्र बेदी की बाईं ओर कब्र खोदी गई है। गौरतलब है कि इससे पहले 30 अप्रैल 1933 को आर्चबिशप लुन वान हाएक के पार्थिव शरीर को यहां दफनाया गया था। 25 जुलाई 1960 को आर्चबिशप निकोलस कुजूर के पार्थिव शरीर को यहां दफनाया गया। 33 साल बाद 21 मई 1993 को आर्चबिशप पायस केरकेट्टा को वेदी के सामने दफन किया गया था। अब 27 साल बाद कार्डिनल पी टोप्पो का दफन संस्कार यहां हो रहा है।
मांडर के कांस्टेंट लीवंस अस्पताल में हुआ निधन
कार्डिनल तेलेस्फर पी टोप्पो का लंबी बीमारी के बाद 4 अक्टूबर को मांडर के कांस्टेंट लीवंस अस्पताल में निधन हो गया था। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर मांडर से रांची लाया गया। इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ मानव श्रृंखला बनाकर सड़क के दोनों तरफ खड़ी थी। इस दौरान काफिला मखमंद्रो-काठीटांड़, दलादिली चौक, कटहल मोड़, अरगोड़ा चौक, सुजाता चौक और मेन रोड होते हुए संत मेरी कैथेड्रल चर्च पहुंचा। इस दौरान भी हजारों लोगों ने कार्डिनल के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। पार्थिव शरीर जहां से भी गुजरा वहां मिशनरी स्कूलों और चर्च कलीसिया के हजारों लोगों ने उनको श्रद्धांजलि दीथ। दिवंगत कार्डिनल के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी कार्डिनल को श्रद्धांजलि दी
कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो कितने बड़े और महान शख्सियत थे, इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि ब्रॉम्बे चौक में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धा सुमन बरसाए। मुड़मा चौक पर मुस्लिम समुदाय के लोग भी यात्रा में शामिल हुए। ब्रॉम्बे चौक पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यात्रा में शामिल लोगों के बीच चना और पानी का वितरण किया। रांची पहुंचने के बाद कार्डिनल का पार्थिव शरीर संत मेरी कैथेड्रल चर्च की मुख्य वेदी पर रखा गया जहां हजारों लोगों ने अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। इस दौरान इस महान विभूति के निधन पर सबकी आंखें नम थीं।
पोप फ्रांसिस के प्रतिनिधि भी अंतिम संस्कार में आएंगे
कार्डिनल पो टोप्पो के दफन संस्कार में रोम के राजदूत और पोप के प्रतिनिधि के रूप में केविंस किपतिस शामिल होंगे। आर्चबिशप और अन्य बिशपगण दफन संस्कार की विधियां कराएंगे। आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो, कोलकाता के आर्च डायसिस के थॉमस डिसूजा, भुवनेश्वर के आर्च डायिसस के जॉन बारवा, पटना के आर्च डायसिस के सेबेस्टियन कलुपुरा और रायपुर के आर्च डायसिस के विक्टर हेनरी ठाकुर भी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और कार्डिनल को श्रद्धांजलि देंगे।