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राजनीति स्वार्थ पूर्ति के लिए कार्यकर्ताओं की भी बलि ले सकती है बीजेपी- राकेश सिन्हा

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द फॉलोअप डेस्क
प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने रविवार को भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अपने आप को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा भाई, बेटा, पत्नी और पुत्रवधु से ऊपर झारखंड में उठ न सकी। राज्य गठन के बाद लंबे समय तक राज करने वाली भाजपा की हालत इतनी खराब हो गई है कि राज्य के कई विधासभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने हेतु सक्षम कार्यकर्ता नहीं मिले। इस कारण दूसरे दल के आयातित लोग को चुनावी मैदान में लाकर भाजपा ने साबित किया कि उनके दल में लोगों का टोटा है।  राकेश ने कहा कि परिवारवाद की बात करने वाली भाजपा का जमशेदपुर पूर्वी सीट में वर्षों से संघर्ष कर रहे समर्पित नेता की जगह रघुवर दास की पुत्रवधू पूर्णिमा दास साहू को उम्मीदवार बनाना, पुटका विधानसभा से 3 बार विधायक रही मेनका सरदार को दरकिनार कर मीरा मुंडा को प्रत्याशी बनाना, घाटशिला में बाबूलाल सोरेन को और सिंदरी में बरसों से बीमार चल रहे इंद्रजीत माता की पत्नी को उम्मीदवार बनाना भाजपा की सच्चाई बयां करता है। यह दिखाता है कि राजनीति स्वार्थ पूर्ति के लिए भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की भी बलि ले सकती है। राज्य को आगे ले जाना भाजपा का एजेंडा ही नहीं है। वह अपने नेता के भाई ,पत्नी, बेटा और पुत्रवधू का भविष्य बनाने में जुटी हुई है। 

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