द फॉलोअप डेस्कः
गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या में इस्तेमाल पिस्टल पुलिस ने धनबाद जेल से बरामद कर ली है। दो पिस्टल बरामद हुई है। अमन सिंह पर कुल नौ गोलियां मारी गई थी। जिसमें से छह गोली लगी है। लापरवाही बरतने वाले जेलर मो. मुस्तकीम अंसारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया गया है। वहीं पांच कक्षपालों को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा दो एक्स आर्मी मैन कक्षपालों की संविदा समाप्त कर दी है। साथ ही मंडल कारा, चतरा के जेलर दिनेश कुमार को धनबाद का जेलर बना दिया गया है। जेल आइजी उमाशंकर सिंह एवं आइजी सीआइडी असीम विक्रांत मिंज के निरीक्षण के बाद इसकी घोषणा की। जेल आइजी ने बताया कि बरामद पिस्टल से ही अमन सिंह की हत्या हुई है।
रिमांड पर लिया गया आरोपी
घटना के बाद जेल में जांच के दौरान दो पिस्टल के अलावा आधा दर्जन मोबाइल और 18 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। पुलिस ने अमन को गोली मारने वाले बोकारो चंद्रपुरा तेलो निवासी सुंदर महतो को न्यायालय में अर्जी देकर रिमांड पर लिया है। पुलिस ने उसे 10 दिनों की रिमांड पर लेने की अर्जी दी थी, लेकिन कोर्ट ने आरोपी सुंदर महतो के पांच दिनों की रिमांड को स्वीकृती दी। आरोपी सुंदर के संबंध में पुलिस को जानकारी मिली है कि वह नाम बदल कर धनबाद जेल में गया था। उसका असली नाम रितेश यादव बताया जा रहा है। वह उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का रहने वाला है। इसके सत्यापन के लिए सोमवार को बाघमारा अंचल की एक पुलिस टीम सुंदर महतो के कथित पते पर पहुंची।
हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है
झारखंड हाई कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। खंडपीठ ने इस मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। अदालत ने सरकार से पूछा कि जेल में आग्नेयास्त्र कैसे पहुंच गए और जेल की सुरक्षा में चूक का कारण क्या है? अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई मंगलवार को निर्धारित की है। अदालत ने सुनवाई के दौरान कारा महानिरीक्षक को आनलाइन अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत को बताया कि इस मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है, जो घटना की जांच कर रही है। कारा महानिरीक्षक भी धनबाद गए हैं। अधिकारियों की टीम लौटेगी तो इसकी रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी।
कैदियों को शिफ्ट किया गया
गौरतलब है कि अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या के मामले में जेल में बंद था। कैदियों में आपसी टकराव एवं गैंगवार की आशंका को देखते हुए अलग-अलग गुट के कैदियों को अलग-अलग सेल में डाल दिया गया है। इस मामले में अलग-अलग कुल चार प्राथमिकी हुई हैं। कक्षपालों की कमी को देखते हुए सात कक्षपालों को दूसरे जेल से मंडल कारा धनबाद में पदस्थापित किया गया है। इधर न्यायिक जांच के लिए न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति का अनुरोध प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश से उपायुक्त ने किया है। साथ ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी जांच के लिए लिखा गया है।वहीं यहां के 23 कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इधर वार्डो व सेल में छापेमारी व सीसीटीवी फुटेज की जांच 24 घंटे करने के लिए तीन टीम का गठन कर मंडल कारा में प्रतिनियुक्त किया गया है।