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Hazaribagh : आपलोग को सुनाना नहीं आता है तो कैसे सुनेगा, BDO और CO का घेराव कीजिए: बन्ना गुप्ता

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हजारीबाग: 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने से कौन रोका है। पार्टी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि बीडीओ-सीओ नहीं सुनते हैं। दरोगा-एसपी नहीं सुनते हैं। यही सुनने और सुनाने की बात करते-करते 26 महीने बीत गये। 24 महीने का वक्त बचा है। ये समय भी ऐसे ही बीत जाएगा।

हमारा कहना है कि हम उनको सही तरीके से नहीं सुना पा रहे हैं। हम मंत्री हैं तो घेराव नहीं कर सकते लेकिन आपको किसने रोका है। आप लोग बीडीओ और सीओ का घेराव कीजिये। उक्त बातें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने हजारीबाग में कही। बन्ना गुप्ता यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। 

बीडीओ और सीओ का घेराव करने की सलाह
बन्ना गुप्ता ने यहां कार्यकर्ताओं से कहा कि बीडीओ और सीओ का घेराव कीजिए। सुनाने की हैसियत बनाइये।

कहा कि आप लोग 100-200 लोगों को लेकर जाइये, कोई कैसे नहीं सुनेगा। नहीं सुनेंगे तो हम लोग किस लिए हैं। हम लोग कोई चूड़ी पहनकर नहीं बैठे हैं। गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री हजारीबाग में आयोजित प्रमंडलीय स्तर सम्मेलन में बोल रहे थे।

यहां अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर बन्ना गुप्ता भड़क गये। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अधिकारियों का घेराव करने की नसीहत दी। 

संगठन की विचारधारा को समझना होगा
बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम चूड़ियां पहनने के लिये मंत्री नहीं बने हैं। कांग्रेस की विचारधारा, संगठन और आंदोलन को जो समझ लेंगे उन्हें कभी परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ये मत कहिये कि अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। आपको सुनाना नहीं आता है।

आपको ये नहीं कहा गया है कि आंदोलन मत करिये। अधिकारियों के कार्यालय में घेरा डालिये-डेरा डालिये। आप अपने मन में बनाकर रखे हुये हैं कि हम संवैधानिक पद पर बने हुये हैं। ऐसा नहीं है। आप लोग के लिये हम लोग भी मजबूती से बैठे हुये हैं।

राहुल गांधी के सामने छलका था सबका दर्द
आपको बता दें कि मधुवन में आयोजित कांग्रेस के चिंतनन शिविर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने झारखंड के सभी कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की और कई दिशा-निर्देश भी दिये।

इस दौरान भी विधायकों का दर्द उनके सामने छलका था। विधायकों ने विस्थापन का मुद्दा, 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण, सरना धर्म कोड सहित कई मुद्दों पर अपनी बात तो रखी ही। साथ ही सरकार के अंदर कांग्रेस विधायकों की नहीं सुने जाने को लेकर भी बातें सामने आयीं थी।