रांची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि मंईयां सम्मान योजना में फार्म के नाम पर वसूली की जा रही है। इधर, सीता सोरेन ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता को बरगलाने के लिए सरकार ने मईया सम्मान योजना की शुरुआत की है। सोरेन ने कहा, स्थिति यह है कि लोग फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। सर्वर डाउन है। सीता सोरेन ने कहा कि आदिवासियों के सम्मान की बात करने वाले हेमंत सोरेन की सरकार को इस राज्य की जनता देख रही है।
वहीं, बीजेपी नेता बाबूलाल मरांड ने एक ट्वीट कर कहा, झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के शुभारंभ के पहले दिन ही फॉर्म के नाम पर वसूली का शुभारंभ कर दिया गया है। हेमंत सरकार की चरणबद्ध योजना के तहत अभी फॉर्म के नाम पर, फिर पंजीकरण के नाम पर, फिर सूची में नाम डालने के नाम पर और अंत में खाते में पैसे भेजने के नाम पर वसूली के सारे चरण पूरे किया जाएंगे।
मरांडी ने आरोप लगाया कि झारखंड में बिना पैसों के कोई भी काम नहीं होता है। उन्होंने तंज करत हुए कहा कि इसके तो हजारों उदाहरण पहले ही हिम्मतवाली सरकार ने पेश कर दिए हैं। लेकिन फिर से एक बार, एक नया वसूली का उदाहरण एक नई योजना के साथ पेश किया जा रहा है। कहा, इन सारी घटनाओं से यह तो स्पष्ट हो ही जाता है कि हेमंत सरकार में योजनाओं को लाने का उद्देश जनकल्याण नहीं, बल्कि वसूली करने और कराने का है।