द फॉलोअप डेस्क
रांची : राजधानी रांची में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल गुरूवार को तीसरे दिन भी जारी है। ऑटो चालकों के हड़ताल पर जाने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑटो चालक 20 किमी के दायरे में ऑटो चालने के नियम में बदलाव के विरोध में हड़ताल पर है। इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन ने ऑटो चालकों को 30 अगस्त को वार्ता के लिए बुलाया है। ऑटो चालकों ने कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी हुई तो वे हड़ताल खत्म कर देंगे, नहीं तो ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में सभी ऑटो चालक जा कर गाड़ी की चाबी सौंपेंगे। ऑटो चालकों का कहना है कि राज्य के विधायकों और संसदों ने उनका साथ नहीं दिया। ऑटो चालकों की हड़ताल से लगभग डेढ़ लाख परिवार के घर चूल्हा नहीं जला है।
झारखंड प्रदेश सीएनजी ऑटो चालक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सोनी, ऑटो चालक यूनियन के अध्यक्ष अर्जुन यादव, ई-रिक्शा चालक यूनियन के संरक्षक उतम यादव सहित अन्य शुक्रवार को बात करने के लिए सीएम कार्यालय जायेंगे। बता दें कि पिछले 3 दिनों से रांची के 5 हजार ई-रिक्शा, 10 हजार सीएनजी ऑटो और 2 हजार डीजल ऑटो नियम में बदलाव के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। दरअसल, शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए ऑटो के रूट को बांट कर 3-3 किमी का दायरा बना दिया है। इसी के विरोध में ऑटो चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। इससे यात्रियों को माफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यात्री दूर-दूर तक पैदल चलने को मजबूर हैं।