द फॉलोअप डेस्क
सिसई प्रखंड में सरकार की ओर से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। बात दरअसल तब की है जब यहां 5 सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में 'आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दूसरे दिन ग्रमीणों ने 'झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' और 'अबुआ आवास' के आवेदनों को जगना बगीचा में फेंका हुआ देखा। कुछ लोगों ने अनुसार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री व मंत्रियों के जाते ही कर्मचारी ग्रमाणों के हजारों आवेदन फेंक कर चले गए।
बाद में एक ग्रामीण ने आवेदनों को जमा कर अपने पास रख लिया। इनमें से कुछ आवेदन पानी की वजह से खराब हो गए थे, उन्हें वहीं छोड़ दिया। इसके बाद इसकी सूचना प्रसाशन को दी गयी। मामले को लेकर ग्रामीण संजय वर्मा ने कहा कि गरीब जनता अपना काम-धंधा छोड़ कर इस शिविर में पहुंची थी। लोगों ने सरकारी लाभ की उम्मीद में कई कागजात की फोटो कॉपी करा कर आवेदन के साथ जमा किया। लेकिन सरकारी कर्मचारियों की इस लापरवाही से गरीब जनता के पैसों और समय की बर्बीदी हुई है। ग्रामीणों ने इस मामले की जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वहीं सिसई के BDO रमेश कुमार यादव ने कहा कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शिविर को समेटने में रात हो गयी थी, जिसके कारण आवेदनों का एक बंडल कार्यक्रम स्थल पर ही छूट गया था। इस लापरवाही के लिए जो भी कर्मचारी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। साथ ही सभी आवेदनों को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। जो भी आवेदन खराब हो गए हैं, उन्हें दोबारा भरवाया जाएगा।