रांची
झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आज तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने विधानसभा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाये। कहा कि अध्यक्ष सरकार के प्रवक्ता के रूप में सदन में कार्य कर रहे हैं। विपक्ष की आवाज़ को दबाने का काम कर रहे हैं। बाउरी ने कहा, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को आज पूरा देश सुन रहा है। लेकिन झारखंड के नेता प्रतिपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा। आरोप लगाया कि हमारे माइक को बंद कर दिया जाता है। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष पर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश ,गाइड लाइन की अवमानना करने का भी आरोप लगा दिया।
उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने कथित बांग्लादेशी घुसपैठ मामले में सरकार को बांग्लादेशियों को चिन्हित कर इसकी जवाबदेही तय करने की बात कही है। लेकिन सदन के अंदर अध्यक्ष कहते हैं कि झारखंड में कोई घुसपैठ नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार खुद को दलित, आदिवासी, पिछड़ों की हितैषी बताती है। आरोप लगाया कि झारखंड की नियुक्तियों में दलित और पिछड़ी जाति का आरक्षण को समाप्त कर दिया गया है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल में ही चौकीदार और वनरक्षी की नियुक्ति में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग में आरक्षण नहीं दिया गया। सरकार से उन्होंने पूछा कि किस आधार पर झारखंड में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त किया गया। इसका जवाब सदन के अंदर कांग्रेस के नेता एवं मुख्यमंत्री दें। उन्होंने कहा कि राज्य में जब से यह सरकार आयी है, यहां अनुसूचित जाति आयोग को खत्म कर दिया। रांची मेयर पद जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई उसे साजिश कर हटा दिया गया।