द फॉलोअप डेस्कः
पाकुड़ के केकेएम कॉलेज में छात्रों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा है कि आज पाकुड़ में जनाक्रोश महारैली है, लेकिन उसे विफल बनाने के लिए रात में करीब 12:30 बजे पुलिस की वर्दी में उपद्रवी तत्त्वों ने आदिवासी कल्याण बालक छात्रावास के. के. एम. कॉलेज पाकुड़ में जानलेवा हमला कर दिया। छात्रों द्वारा बताया गया कि उपद्रवी लगभग 100 की संख्या में लाठी, डंडे और हथियार से लैस होकर आए थे। सोये हुए छात्रों पर अचानक धावा बोल दिया, जिसे किसी को भी संभालने का मौका नहीं मिला। उन लोगों ने जमकर तांडव और उत्पाद मचाया। कुछ बच्चे घटना के बाद से ही गायब है।
कार्रवाई करने की मांग
उन्होंने कहा कि इस दमनकारी झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार पाकुड़ को जहां बांग्लादेशियों का चारागाह बना रही है तो वहीं मूलवासी-आदिवासी जनमानस के आक्रोश व विरोध को लाठी-डंडे के माध्यम से दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पाकुड़ जिला के उपायुक्त व पुलिस प्रशासन मामले में दोषियों को चिन्हित करें और कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें। पाकुड़ में कानून का राज स्थापित किया जाए ना की गुंडों का।
क्या है मामला
पाकुड़ जिले के केकेएम कॉलेज में छात्रों और पुलिस के बीच मध्य रात्रि में हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। छात्रों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस ने कहा कि छात्रों ने पहले हमला किया था। घटना के संबंध में छात्र नेता कमल मुर्मू ने बताया कि पुलिस ने आक्रोश रैली को रोकने के लिए हमला किया था। पुलिस निरीक्षक अनूप रोशन भेंगरा ने कहा कि अपहरण की सूचना मिली थी और जांच के लिए पुलिस अधिकारी को भेजा गया था, लेकिन छात्रों ने हमला कर दिया। घटना में 10 छात्र घायल हुए हैं, जिन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।