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झारखंड में 18 साल के लड़के नहीं जानते मैथ्स, 40% छात्रों को हिंदी की समझ नहीं

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द फॉलोअप डेस्कः 
14 से 18 आयु वर्ग के बच्चों के बीच उनकी वर्तमान गतिविधियों से लेकर डिजिटल जागरूकता को लेकर सर्वे किया गया था। इस सर्वे का एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर-2023) की रिपोर्ट बुधवार को जारी किया गया है। इसमें 91% युवाओं ने बताया कि वे सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं लेकिन 56% युवा अंग्रेजी का एक वाक्य भी ठीक से नहीं पढ़ पाते। 58 फीसदी युवा दूसरी कक्षा का गणित भी हल नहीं कर पाते। 40 फीसदी युवा हिंदी का पाठ भी नहीं ठीक से नहीं पढ़ पाते। झारखंड में यह सर्वे पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के बीच किया गया था। 

कितने प्रतिशत बच्चे क्या कर पाते हैं
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी सिंहभूम के 81.4% बच्चों के पास घर में स्मार्ट फोन है। 88.7% बच्चे स्मार्ट फोन का प्रयोग करना जानते हैं। इनमें 93.6% लड़के और 83.3% लड़कियां शामिल हैं। सर्वे के दौरान पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन का उपयोग किये जोन के संबंध में पूछे जाने पर 58.4% बच्चों से बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह कम से कम एक शिक्षा संबंधित गतिविधि के लिए फोन का उपयोग किया। 14 से 18 आयु वर्ग के बच्चों में से 59.7% कक्षा दो के स्तर का पाठ पढ़ पाये। जबकि 41.5% भाग व 44% अंग्रेजी का एक वाक्य पढ़ पाये। दैनिक जीवन में उपयोग होनेवाली गणनाओं को देखा जाये, तो 42.4% समय की गणना, 31.7% लंबाई का मापन कर पाये। 


सर्वे की मुख्य बातें

56.1% बच्चे डिजिटल कार्य के लिए स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.

52.2% अलार्म सेट कर पाते हैं.

80.9% यूट्यूब से वीडियो ढूंढ़ सकते हैं.

34.3% गुगल मैप्स का उपयोग करते हैं.

68.2% जानकारी खोजने के लिए इंटरनेट ब्राउज का इस्तेमाल कर सकते हैं.

58% दवा का पैकेट पढ़कर चार में से तीन प्रश्न का उत्तर दे पाये.

28% छूट की गणना और 7.7 फीसदी ऋण भुगतान की गणना कर सके.

अधिकतर कार्यों में लड़कों का प्रदर्शन बेहतर रहा