द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड के जमशेदपुर में शुक्रवार रात 8 बजे ट्रक की चपेट में आने से एक नर्स की अस्पताल के सामने मौत हो गयी। वहीं नर्स का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर भागने लगा जिसे लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं घटना के बाद आक्रेशित डॉक्टरों और नर्सों ने मुआवजे की मांग करते हुआ सदर अस्पताल का कामकाज ठप कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार बागबेड़ा निवासी शशिकला अपने पति शैलेंद्र प्रसाद के साथ बाइक पर नाइट डयूटी के लिए टाटा-हाता मुख्य मार्ग स्थित सदर अस्पताल जा रही थी। तभी अस्पताल के सामने एक ट्रक ने बाइक को धक्का मार दिया और शशिकला को रौंद दिया। जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गयी। वहीं शैलेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक गाड़ी लेकर फरार होने की कोशिश करने लगा। जिसका पीछा करते हुए लोगों ने पकड़ लिया और पिटाई के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं जानकारी मिलने के बाद अस्पताल के कर्मचारी और पुलिस घटनास्थल पहुंची। जिसके बद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया।
इधर अस्पताल के डॉक्टर और नर्स ने मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल का काम ठप कर दिया। सिर्फ इमरजेंसी में इलाज किया जा रहा है। कर्मचारियों ने सरकार से 50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की है। उनका कहना है कि अस्पताल के बाहर अतिक्रमण कर दुकानें बना दी गयी है। जिस वजह से अस्पताल के मोड़ पर कुछ नजर नहीं आता, ना ही यहां सड़क पर स्पीड ब्रेकर है। जिसके कारण गाड़ियां यहां रफ्तार से गुजरती हैं। सिविल सर्जन डॉ साहिर पॉल ने दुर्घटना की जानकारी दी और कहा कि पूरा अस्पताल इस बात से दुखी है, पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।