द फॉलोअप डेस्क
जमशेदपुर में टाटा स्टील कंपनी में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के फ्लैट और क्वार्टरों को अपना निशाना बनाते हुए लाखों की ठगी करने वाले शातिर बदमाश को कदमा थाना की पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया है। इसे जमशेदपुर की पुलिस अपनी बड़ी सफलता मान रही है। गिरफ्तार ठग का नाम जयंत कुमार जायसवाल है, जो खुद को नकली विजिलेंस और सीबीआई का अधिकारी बताकर टाटा स्टील कर्मियों के घरों में ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था। इसके खिलाफ जमशेदपुर के कदमा और अन्य कई थानों में पहले से ठगी के मामले दर्ज हैं।
आरोपी की पहचान पुलिस ने ठगी की घटना के शिकार हुए पीड़ित के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से की थी, इसके बाद से पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में पुलिस को ठग के कोलकाता में छुपे होने की जानकारी मिली, जिसके बाद छापेमारी टीम का गठन कर पुलिस ने उसे कोलकाता से गिरफ्तार किया। अब पुलिस उसे जमशेदपुर लेकर लौट रही है।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार जयंत कुमार जायसवाल ने बताया कि वह आईपीएल में होने वाले सट्टेबाजी का काम करता था। साथ ही वह इसमें पैसे भी लगाता था, जिसमें काफी रकम हार जाने और पैसे डूबने के बाद उसने ठगी का रास्ता अपनाया और कर्ज से बाहर निकलने की कोशिश में लगा था।
बता दें कि इसी ठग ने 6 जून को कदमा थाना क्षेत्र के प्रोफेशनल फ्लैट के ए-ब्लॉक/221 निवासी टाटा स्टील के अकाउंट विभाग में कार्यरत सीनियर अकाउंटेंट प्रशांत दीडा के ऑफिस में विजिलेंस टीम का छापा पड़ने की झूठी जानकारी देते हुए घर से तकरीबन 15 लाख के गहनों और सभी जरूरी दस्तावेज की ठगी की थी। वहीं, एक दिन पहले 5 जून को बीएच एरिया स्थित प्रोफेशनल फ्लैट के C ब्लॉक निवासी JUSCO डिजाइन इंजीनियरिंग और टाउन प्लानिंग विभाग में कार्यरत रश्मि रंजन नायक के घर को भी ठग ने अपना निशाना बनाया था।
तीन माह पहले सिदगोड़ा स्थित कंपनी क्वार्टर में रहने वाले जुस्को में कार्यरत सनातन मुंडा के यहां भी इस ठग ने खुद को विजलेंस का अधिकारी बताते हुए 3 लाख के गहनों पर हाथ साफ किया था। कदमा के LF1 फ्लैट में भी एक कर्मी के यहां ठग ने इसी प्रकार प्रयास किया था, लेकिन घर में मौजूद कर्मी की मां हिंदी नहीं समझ पा रही थी। जब वह अपनी बेटी को फोन करने गई, तब ठग मौका पाकर भाग खड़ा हुआ।