द फॉलोअप डेस्कः
जामताड़ा पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई कर कुल पांच शातिर साइबर अपराधियों को पकड़ा है। जिनके पास से पुलिस ने काफी संख्या में मोबाइल सिम बरामद किया है। इनमें से कई ऐसे अपराधी हैं जो जेल से छूटने के बाद फिर से साइबर अपराध को अंजाम दे रहे थे। इधर जामताड़ा में साइबर अपराधी की संपत्ति की जांच को लेकर पुलिस द्वारा कार्रवाई तेज कर दी गई है। जामताड़ा साइबर पुलिस ने इस बार करीब 22 मोस्ट वांटेड साइबर अपराधी की सूची बनाकर ईडी को उसकी संपत्ति जांच करने के लिए भेज दिया है। इस बात की जानकारी साइबर डीएसपी ने गिरफ्तार 5 साइबर अपराधियों के प्रेसवार्ता के दौरान दी।
पांच साइबर अपराधी हुए गिरफ्तार
लगातार साइबर क्राइम में जुटे साइबर अपराधी विभिन्न बैंको के ग्राहकों से ठगी कर उनके गाढ़ी कमाई को चपत लगा रहे है। वहीं साइबर अपराध के रोकथाम के लिए साइबर अपराध थाना पुलिस के द्वारा अभियान चला कर इन बदमाशों की धड़पकड़ जारी है। इसी क्रम में जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी को गुप्त सूचना मिली कि सदर थाना के सहना, करमाटांड़ थाना के सियाटांड़, नारायणपुर थाना के तेतुलटांड़ में कुछ साइबर अपराधी लोगों को फोन के माध्यम से अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। जिसके बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त तीनों स्थानों में साइबर अपराध थाना के पुलिस के द्वारा छापेमारी करवाई जहां से पांच साइबर बदमाशों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
साइबर अपराध थाना में डीएसपी अशोक कुमार राम ने जानकारी देते हुवे बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर तीन थाना क्षेत्र में छापेमारी की गई जिसमें पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनलोगों के पास से 16 मोबाईल, 20 सिम, 3 एटीएम कार्ड, एक पासबुक, एक चेकबुक, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद किया गया है। प्राथमिक अभियुक्तों में नरेश मंडल, राजीव नाग और मनोज डे नामक युवक पहले भी जेल जा चुका है।