द फॉलोअप टीम, बोकारो:
राज्य में राशन घोटाला की खबर तो आप अक्सर सुना करते होंगे। आये दिन कभी राशन डीलर तो कभी राशन कार्डधारी गड़बड़ घोटाला करते पकड़े जाते हैं। लेकिन इस बार जो घोटाला हुआ है, उसे सुनकर आपके होश उड़ जायेंगे। बोकारो में लगभग 2100 की संख्या में मरे हुए लोग राशन का लाभ उठा रहे हैं। भूतों की इतनी बड़ी संख्या में राशन उठाने की खबर सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल पीडीएस प्रणाली के माध्यम से जब राशन वितरण की प्रक्रिया शुरू हुई है। तब से राशन अंगूठे लगाकर उठाया जाता है. जिसमें परिवार का कोई एक सदस्य राशन उठा सकता है।
घोटाले से विभाग बेखबर
दरअसल, बोकारो जिले के 9 प्रखंडों में यह खेल चल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार कसमार की एक-एक पीडीएस प्रणाली की दुकानों में 30-35 मरे हुए लोगों के नाम पर चावल-गेहूं उठाने का काम किया जा रहा है। अगर सभी प्रखंडों में मरे हुए राशन उठाने वालों की संख्या को जोड़ दिया जाये, तो यह 2100 से भी अधिक हो जाती है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर राशन वितरण के घोटाले से विभाग बेखबर है।
पीडीएस मशीन से मृत के नाम नहीं काटे जाते
पीडीएस प्रणाली के नियम के मुताबिक जब लाभुकों में से किन्ही की मृत्यु हो जाती है। तो इसकी जानकारी खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग को देनी होती है। लेकिन लाभुक ऐसा नहीं करते हैं। जिस वजह से वे मृत सदस्य के नाम पर भी राशन उठा लिया करते हैं। पीडीएस डीलरों के अनुसार इसकी दूसरी बड़ी वजह यह भी है कि, पीडीएस मशीन में मृत लोगों के नाम नहीं काटे जाने के कारण लाभुक इसका गलत फ़ायदा उठा कर जबरन राशन उठा लिया करते हैं।
किस पंचायत में कितने मृत के नाम पर उठाये जा रहे राशन
कसमार | 120 |
गररी | 150 |
पोंडा | 125 |
दांतु | 135 |
सोनपुरा | 70 |
बरईकला | 125 |
मधुकरपु | 140 |
टांगटोना | 135 |
मंजुरा | 150 |
बगदा | 110 |
दुर्गापुर | 165 |
सिंहपुर | 160 |
मुरहुलसुदी | 120 |
हिसीम | 150 |
खैराचातर | 80 |