रांची
सूखे से परेशान झारखंड को इस मद में केंद्र से राशि क्यों नहीं मिल रही। राज्यसभा सासंद दीपक प्रकाश के इस सवाल के जवाब में केंद्रीय कृषि एवं कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आज सदन में बताया कि जब कभी भी किसी राज्य में सुखा या कोई आपदा आती है तो केंद्र सरकार उस राज्य को मदद करती है। इसके तहत केंद्र राज्य को एसडीआरएफ के माध्यम से राशि देती है। झारखंड़ को भी सूखे और अन्य आपदा के समय एसडीआरएफ के माध्यम से राशि दी जाती है। लेकिन अब तक झारखंड सरकार की ओर से आपदा कोष से मदद की मांग नही की गई है। इसलिए इस मद में केंद्र की ओर से कोई मदद नहीं की गई है।
फंड कम पड़ने पर ये है प्रावधान
केंद्रीय मंत्री ने ये भी बताया कि जब एसडीआरएफ का फंड कम पड़ जाता है, तभी राष्ट्रीय आपदा कोष से मदद की जाती है। केंद्रीय मंत्री ने अपने जवाब में आगे कहा कि जब कोई राज्य राष्ट्रीय आपदा कोष पाने के मापदंड को पूरा करता है तभी उस राज्य को आपदा कोष से राशि उपलब्ध करायी जाती है। अभी तक झारखंड़ सरकार के द्वारा राष्ट्रीय आपदा कोष से मदद की मांग नही की गई है। मंत्री ने आगे बताया कि 2015-16 में राष्ट्रीय आपदा फंज की राशि 273 करोड़ रुपये की होती थी। इसे बढ़ाकर अब 637 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
कृषि को लेकर गंभीर हैं पीएम मोदी
दीपक प्रकाश ने राज्यसभा में कृषि मंत्रालय से झारखंड़ में कृषि योग्य सिंचित भूमि की स्थिति के बारे में पूछा। इस पर मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि देश मे कृषि को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी गंभीर है। इसे लेकर वे हमेशा चिंतित रहते है। उन्होंने कहा कि 2015-16 से ही भारत सरकार तीन मंत्रालय कृषि मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय एवम ग्रामीण विकास मंत्रालय को साथ लेकर इस क्षेत्र में काम करने के लिए योजना बनाना प्रारंभ कर चुकी है।