द फॉलोअप डेस्क
आईआईटी खड़गपुर में पढ़ने वाले छात्र शॉन मलिक ने बीते रविवार को आत्महत्या कर ली। दरअसल कैंपस के आजाद हॉल के कमरा नंबर 302 में रहने वाले शॉन के माता पिता हर रविवार को अपने बेटे से मिलने आते थे। बीते रविवार को जब वो मिलने पहुंचे तो दरवाजा खुलने पर उनकी आंखे फटी रह गईं। दरअसल जब शॉन के कमरे का दरवाजा खुला तो उनलोगों ने अपने बेटे की फंदे पर लटकती हुई लाश देखी।
शॉन मलिक आईआईटी खड़गपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक कर रहा था। उसका शव खिड़कियों की लोहे की ग्रिल से लटका हुआ पाया गया। मिदनापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है। जिसके बाद पुलिस हर एंगल से मौत की जांच कर रही है। इस घटना के बाद आईआईटी खड़गपुर प्रबंधन के तरफ से एक एडवाइजरी जारी की गई है। सभी छात्रों को मेल के माध्यम से एडवाइजरी भेजा गया है। इस मेल में स्टूडेंट्स को मामले की जानकारी दी गई, साथ ही स्टूडेंट्स को अपने साथ होने का भरोसा दिलाया।
क्या है इस मेल में पढ़िए
‘डियर स्टूडेंट्स,
हमें ये बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि हमारा प्यारा शॉन मलिक (रोल नंबर- 22EE10082) डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग थर्ड ईयर अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट 12 जनवरी 2025 को हमें छोड़कर चला गया है। आईआईटी खड़गपुर की कम्युनिटी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक व्यक्त करती है। स्टूडेंट्स, स्टाफ और फैकल्टी समेत पूरी कम्युनिटी बहुत दुखद और चैलेंजिंग समय से गुजर रही है। शॉन अपने एकेडमिक परफॉर्मेंस, विनम्रता और मित्रतापूर्ण स्वभाव के लिए जाना जाता था। शॉन मलिक आईआईटी खड़गपुर परिवार का दुलारा सदस्य था। उसके जाने का हमें गहरा दुख है। इस चुनौती भरे समय में उसके परिवार और दोस्तों को हम अपनी पूरी सांत्वना व्यक्त करते हैं। इस मुश्किल वक्त में एक कम्युनिटी के तौर पर साथ रहने और एक-दूसरे का सहारा बनने की जरूरत है। अगर आप या आपका कोई जानने वाला किसी तरह के दुख या इमोशनल दर्द से गुजर रहा हो तो प्लीज हमसे बात करने और मदद मांगने में झिझकें नहीं।
आईआईटी खड़गपुर में आपकी मदद के लिए काउंसलिंग सेवाएं उपलब्ध हैं। आप किसी भी वक्त बेहिचक होकर इनका फायदा उठा सकते हैं। हम आपसे गुजारिश करते हैं कि आप अपने दोस्तों और क्लासमेट्स का ख्याल रखें और उनकी बातें सुनें। आप जिन लोगों पर भी भरोसा करते हैं, उनसे अपनी बातें और भावनाएं शेयर करें। एक-दूसरे का साथ हमें ताकतवर बनाता है। एक-दूसरे की मदद करके हम इन मुश्किल पलों से लड़कर बाहर निकल सकते हैं।’