द फॉलोअप डेस्क
झारखंड सरकार ने इंटरमीडिएट शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा बदलाव किया है। अब राज्य के अंगीभूत कॉलेजों में 12वीं की पढ़ाई नहीं होगी। सत्र 2024-26 के छात्रों को प्लस टू स्कूलों और इंटर कॉलेजों में स्थानांतरित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने इस संबंध में सभी जिलों के उपायुक्तों, क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिन छात्रों ने 2024-26 में अंगीभूत कॉलेजों में 12वीं में दाखिला लिया है, उनका नामांकन अब कॉलेज से 5 किलोमीटर के दायरे में स्थित प्लस टू स्कूलों या इंटर कॉलेजों में कराया जाएगा। इस तरह इस वर्ष मैट्रिक पास करने वाले विद्यार्थियों का भी 11वीं में नामांकन केवल प्लस टू स्कूलों और इंटर कॉलेजों में ही होगा। शिक्षा सचिव ने बताया कि झारखंड हाईकोर्ट ने पहले की अंगीभूत कॉलेजों में इंटर कक्षाएं बंद करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस आदेश में हस्तक्षेप नहीं किया। राज्यपाल सचिवालय ने भी इस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि इंटरमीडीएट की शिक्षा अब कॉलेजों में नहीं, केवल स्कूलों व मान्यता प्राप्त इंटर कॉलेजों में ही दी जाएगी। नामांकन उन्हीं स्कूलों में होगा जो सरकारी या उत्क्रमित प्लस टू स्कूल हों या फिर मान्यता प्राप्त झारखंड इंटरमीडिएट महाविद्यालय हों।