रांची
झारखंड के गठन के 25 साल बाद पहली बार चौकीदार के रिक्त पदों पर बहाली प्रक्रिया शुरू की गई है। लेकिन रांची जिले में इस प्रक्रिया को लेकर गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगने लगे हैं। इन्हीं शिकायतों को लेकर झारखंड लोकराज्य कर्मचारी महासंघ (जेएलकेएम) के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्रनाथ महतो ने उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। महतो ने यह ज्ञापन रांची के जिला नजारत उप समाहर्ता डॉ. सुदेश कुमार को सौंपा और नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की। उन्होंने कहा कि विज्ञापन संख्या 01/2024 के तहत रांची जिले में चौकीदार के रिक्त पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे। स्क्रूटनी के बाद 6564 आवेदकों को योग्य पाया गया, जिनकी लिखित परीक्षा 27 अप्रैल को आयोजित की जानी है। इसके लिए राजधानी रांची में 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
हालांकि, कई आवेदकों के प्रवेश पत्र या तो डाउनलोड नहीं हो रहे हैं या उनमें त्रुटियां पाई जा रही हैं। महतो ने दावा किया कि परीक्षा प्रक्रिया में "सेटिंग-गेटिंग" की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चौकीदार बहाली में स्थानीयता का ध्यान रखते हुए बीट संख्या के आधार पर खतियानधारी मूल झारखंडियों को ही नियुक्त किया जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। महतो ने प्रशासन से मांग की है कि सभी योग्य आवेदकों का प्रवेश पत्र समय से निर्गत किया जाए और सभी तकनीकी त्रुटियों को परीक्षा से पहले ही सुधार लिया जाए।