द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद राजनैतिक अस्थिरता उत्पन्न हो गई है। सत्ताधारी दल के विधायक सर्किट हाउस में राज्यपाल के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर पार्टी में एकजुटता दिखाने की कोशिश की है। बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर लिखा है कि हमारे पास कुल 47 विधायकों का समर्थन हैं, चंपई सोरेन के नेतृत्व में सभी 47 विधायकों के साथ हमारे पास बहुमत का आंकड़ा हैं, गठबंधन बहुमत में हैं।
चंपई सोरेन विधायक दल का नया नेता नामित
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रहते हुए एक पत्र अपने विधायक दल के नेताओं के लिए लिखा था। पत्र में लिखा गया है कि उसमें उन्होंने लिखा है कि वह ईडी के समन के अनुपालन में उपस्थित होने जा रहे हैं। अगर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है तो ऐसी परिस्थिति में उन्होंने सम्यक विचारोपरांत भी चंपई सोरेन को विधायक दल का नया नेता नामित करने का निर्णय लिया है। विधायक दल की बैठक में इन्हें विधिवत रुप से विधायक दल का नेता चुनने के बाद सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ उनका समर्थन पत्र लेकर नये नेता के नेतृत्व में आप सभी विधायक राज्यपाल के समक्ष जाकर नयी सरकार के गठन का दावा पेश करेंगे और अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए नई सरकार के गठन तक रांची में उपस्थित रहेंगे।
31 जनवरी को लंबी पूछताछ के बाद हेमंत गिरफ्तार
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी की देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को जमीन घोटाला मामले में करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है। बता दें कि दोपहर 1 बजे 4 गाड़ियों में सवार होकर भारी सुरक्षा के बीच ईडी अधिकारी सीएम आवास पूछताछ के लिए पहुंचे थे। इसके बाद सीएम हेमंत से लंबी पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई है। गौरतलब है कि जमीन घोटाला मामले में सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की टीम दूसरी बार पूछताछ करने के लिए आज पहुंची थी। इससे पहले 20 जनवरी को भी सीएम से लंबी पूछताछ हुई थी।
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