द फॉलोअप डेस्क
शिकागो: अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी औपचारिक रूप से स्वीकार कर ली।
चुनाव में हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर है।
भारतीय-अफ्रीकी मूल की हैरिस ने शिकागो में बृहस्पतिवार रात ‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ के दौरान उम्मीदवारी स्वीकार की और इसी के साथ वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बन गईं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की ओर से, प्रत्येक अमेरिकी की ओर से, चाहे वह किसी भी पार्टी, जाति, या भाषा से संबंध रखता हो, मेरी मां की ओर से और उन सभी लोगों की ओर से जिन्होंने ऐसे अमेरिकियों की ओर से अपनी असंभव यात्रा शुरू की, जिनके साथ मैं बड़ी हुई, जो कड़ी मेहनत करते हैं, अपने सपनों का पीछा करते हैं और एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं, उन सभी की ओर से जिनकी कहानी पृथ्वी के सबसे महान राष्ट्र में ही लिखी जा सकती है, मैं उम्मीदवारी स्वीकार करती हूं।’’
शिकागो के ‘यूनाइटेड सेंटर’ में उम्मीदवारी स्वीकार करने के लिए मंच पर आईं हैरिस (59) ने कहा कि उनके लिए असंभव यात्राएं कोई नयी बात नहीं हैं।
हैरिस ने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप धीर-गंभीर व्यक्ति नहीं हैं और उन्हें पुन: राष्ट्रपति बनाने के परिणाम बेहद गंभीर होंगे।
उन्होंने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन का सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि यदि वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह यूक्रेन और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अपने सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी।
हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारतीय थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक थे। अगर हैरिस निर्वाचित होती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी।