द फॉलोअप डेस्क
बिहार के मुजफ्फरपुर से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। यहां के बरूराज थानाक्षेत्र के महमदा बुधना टोला निवासी गुरुचरण राम की पत्नी प्रमिला देवी को पहले आरोपियों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, फिर जहर दे दिया। घटना में गंभीर रूप से घायल महिला की चकिया के एक निजी अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गयी। घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने मंगलवार सुबह महिला का शव पोस्टमॉर्टम के लिए मोतिहारी भेजा। इस मामले में आरोपी की पहचान राजेपुर ओपी क्षेत्र के बिशुनपुर गांव निवासी गोलू पासवान के रूप में की गयी है। इसके बाद जब शव गांव पहुंचा, तो ग्रामीण आक्रोशित हो गये। वहीं, मृत महिला के परिजन आरोपी के घर के बाहर शव जलाने की मांग लेकर अड़ गये। लेकिन पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया और शव जलाने के लिए श्मशान घाट भेजा।मायके जाने के लिए निकली थी महिला
इस मामले में मृतका के जेठ अवधेश दास ने बताया कि प्रमिला देवी रविवार को मायके जाने की बात कहकर घर से निकली थी। लेकिन वह मायके नहीं पहुंची, तो उसकी खोजबीन शुरू हुई। इसी बीच सोमवार को अस्पताल के प्रतिनिधि ने फोन कर सूचना दी कि प्रमिला देवी की इलाज के दौरान मौत हो गयी है। आप अस्पताल आ जाइए। जब मंगलवार सुबह परिजन अस्पताल पहुंचे, तो मालूम हुआ कि गोलू पासवान और उसकी मां ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया था। साथ ही गोलू पासवान ने महिला को भर्ती कराते समय अपना आधार कार्ड अस्पताल में जमा कराया था। लोन की राशि वापस देने के लिए बुलाया था
मिली जानकारी के अनुसार, गोलू पासवान का मृतका के घर आना-जाना था। उसने प्रमिला से करीब 7 समूहों से लोन उठाकर राशि भी ले ली थी। साथ ही बाइक और ऑटो भी खरीदवाया था। वहीं, महिला के ससुर ने बताया कि गोलू ने ली गयी राशि देने के लिए प्रमिला को विक्रम भगत के घर बुलाया था। जब महिला वहां पहुंची, तो लोन की राशि गबन करने के लिए विक्रम भगत और गोलू पासवान ने परिजनों के साथ मिलकर पहले मृतका को पीटा, फिर जहर खिला दिया। वारदात के बाद जब महिला की स्थिति ज्यादा बिगड़ी, तो उसे अस्पताल में भर्ती करवाकर आरोपी फरार हो गये। मृतका के परिजनों ने गोलू पासवान, विक्रम भगत और दोनों के परिजनों पर प्रमिला देवी के हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में परिजनों ने चकिया थाना में अपना बयान दर्ज करवाया है और कार्रवाई की गुहार लगायी है।