द फॉलोअप डेस्क
बिहार सरकार ने राज्य के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 300 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस राशि से राज्य के प्रमुख पर्यटन केंद्रों को नया रूप दिया जाएगा। इसमें पटना, राजगीर, जहानाबाद, शेखपुरा और अन्य प्रमुख स्थान शामिल हैं। इन परियोजनाओं के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, मल्टीलेवल पार्किंग, पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है।
पटना में विकसित होगा 'पटना हाट'
बता दें कि राज्य सरकार पटना में 'पटना हाट' की योजना भी बना रही है, जो दिल्ली हाट की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसके लिए 45.96 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है। गोलघर के पास प्रस्तावित इस हाट में बिहार की पारंपरिक हस्तकला, लोक कला और स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए विशेष बाजार स्थापित किया जाएगा। यह हाट न केवल पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करेगा।पटना सिटी में मिलेगी मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा
वहीं, पटना सिटी के तख्त श्री हरिमंदिर साहिब में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जाएगी। इससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और श्रद्धालुओं को बेहतर पार्किंग सुविधा मिल सकेगी। इस परियोजना पर करोड़ों रुपये खर्च होंगे, जिसमें सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और अन्य आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी।
इको-टूरिज्म से जुड़ेंगे राजगीर और बराबर पहाड़ी
इसके साथ ही राजगीर के ब्रह्मकुंड और जहानाबाद की बराबर पहाड़ियों को इको-टूरिज्म के तहत विकसित किया जाएगा। यहां पर्यटकों के लिए नेचर पार्क, एडवेंचर स्पोर्ट्स और गाइडेड ट्रेकिंग की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस परियोजना के लिए 49 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है, जिससे इन क्षेत्रों का पर्यटकों के लिए आकर्षण बढ़ेगा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।शेखपुरा में खेल सुविधाओं को किया जाएगा विकसित
इसके अलावा बिहार सरकार शेखपुरा में खेल सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान दे रही है। यहां पर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा, ताकि राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकें। इससे राज्य में खेलों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे।
पर्यटन को मिलने वाली है नई पहचान
इस पहल से बिहार में पर्यटन को नई दिशा मिलेगी और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले वर्षों में बिहार को देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाए। इन योजनाओं को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (BSTDC) द्वारा लागू किया जाएगा। इससे न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।