द फॉलोअप डेस्क
बिहार के ऐतिहासिक शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जेल के आसपास की बड़ी इमारतों से संदिग्ध और प्रतिबंधित सामान फेंके जा रहे हैं, जबकि इसके अलावा जेल के आसपास अवैध रूप से ड्रोन भी उड़ाए जा रहे हैं। हाल ही में डीएम और एसएसपी द्वारा किए गए सुरक्षा ऑडिट में ये मामले सामने आए हैं, जिससे जेल की सुरक्षा पर खतरे के संकेत मिल रहे हैं।
जेल अधीक्षक ने इस मामले को लेकर मिठनपुरा थाने को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पत्र में बताया है कि शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा की बाहरी बाउंड्री वॉल के पश्चिमी और दक्षिण दिशा में बनी बहुमंजिली इमारतों से जेल के अंदर प्रतिबंधित सामग्री फेंकी जाती है। इसके साथ ही ड्रोन भी उड़ते रहते हैं, जो जेल की सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
जेल अधीक्षक के इस प्रतिवेदन को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने उन्हें निर्देश दिया है कि मिठनपुरा थाना उन इमारतों में रहने वाले लोगों का चारित्रिक सत्यापन कराए। डीएम के निर्देशों के अनुसार, जेल अधीक्षक ने मिठनपुरा थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर बाहरी बाउंड्री वॉल के पश्चिमी और दक्षिण में स्थित बहुमंजिली इमारतों में रहने वालों का सत्यापन कराने को कहा है।
इससे पहले, जेल अधीक्षक ने सुरक्षा ऑडिट के दौरान यह आशंका जताई थी कि जेल के बाहर से फेंकी जा रही सामग्री और ड्रोन की उड़ान से जेल की सुरक्षा में खतरें पैदा हो सकते हैं। मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल, जो अंग्रेजों के जमाने का है, में कई खतरनाक अपराधी और नक्सली गतिविधियों के संदिग्ध बंद हैं। इस जेल के भीतर शहीद खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी, और यह स्थान ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है।