द फॉलोअप डेस्क
चारों तरफ दो आईएएस अधिकारियों की जोड़ी की खूब चर्चा हो रही है। यह कहानी है बिहार के जमुई जिले के प्रवीण कुमार और गोपालगंज जिले की अनामिका सिंह की, जिन्होंने यूपीएससी की कठिन परीक्षा पास करने के बाद आईएएस अफसर बनने का सपना पूरा किया और हाल ही में धूमधाम से शादी रचाई। दोनों 2020 बैच के आईएएस अफसर हैं।
बिहार के जमुई जिले के मूल निवासी प्रवीण कुमार के पिता एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं। प्रवीण ने जमुई से अपनी स्कूल शिक्षा पूरी की और इसके बाद जेईई परीक्षा पास करके आईआईटी कानपुर में बी.टेक. किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया।
प्रारंभ में प्रवीण को असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करते रहे। तीसरे प्रयास में, 2020 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल की। एक साल की ट्रेनिंग के बाद उनकी नियुक्ति बिहार कैडर में आईएएस अधिकारी के पद पर हुई।
वहीं, बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड के बखरी गांव की रहने वाली अनामिका सिंह के पिता एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी हैं। पिता की नौकरी के चलते अनामिका की पढ़ाई यमुनानगर के आर्मी स्कूल से हुई। अनामिका ने 12वीं कक्षा के बाद एआईटी पुणे से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक. किया और फिर यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आईं।
अनामिका ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा दी और 65वीं बीपीएससी परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की, लेकिन उनका सपना था यूपीएससी और आईएएस बनने का। सिविल सेवा परीक्षा में दो बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 2020 में सफलता हासिल करते हुए 348वीं रैंक प्राप्त की। एक साल की ट्रेनिंग के बाद उनकी नियुक्ति उत्तराखंड के एक आईएएस अधिकारी के रूप में हुई।
दोनों ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में धूमधाम से शादी रचाई, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। फिलहाल, आईएएस प्रवीण कुमार बिहार के नालंदा जिले के हिलसा अनुमंडल के एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं, जबकि अनामिका सिंह उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में एसडीएम के रूप में कार्य कर रही हैं। प्रवीण और अनामिका की यह कहानी यह सिखाती है कि कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है और बड़े सपनों को साकार किया जा सकता है।