पटना
जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने आज कहा कि तेजस्वी यादव को शायद ही डीजीपी का फुल फार्म पता होगा। कहा कि वे इसका मतलब भी समझते। बता दें कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि बिहार में बीते 6 महीने में युवाओं को 10 लाख नौकरी दी गई। राज्य में बहुत ही तेजी से विकास हो रहा है। तेजस्वी के इस दावे के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव की जितनी विद्वता है, जितनी समझ है उतना ही तो बोलेंगे। जिस आदमी को यही नहीं पता है कि जीडीपी होता क्या है, उसने कैमरे के सामने कहा कि देश में सबसे ज्यादा जीडीपी बिहार की है। जब जीवन में खुद पढ़ाई-लिखाई नहीं की, जब आपकी खुद की समझ नहीं है, तो ऐसे ही बोलेंगे।
इस तरह किया तंज
प्रशांत किशोर ने कहा कि जो दल या नेता सत्ता में रहता है, वो यही बताना चाहता है कि बिहार में बहुत विकास हो रहा है। मान लीजिए कि जिन नेताओं और दलों ने बिहार में शासन किया है, सबने अपने-अपने तरीके से अच्छा काम किया। मान लीजिए कि कांग्रेस ने अपने लगभग 45 सालों के शासन में बहुत अच्छा काम किया। ये भी मान लीजिए कि लालू यादव के 15 सालों के शासन में यहां के पिछड़े तबके के लोगों को समाजिक न्याय मिल गया। ये भी मान लिया जाये कि नीतीश कुमार के राज में सड़क और बिजली के अलावा विकास हो गया।
नीतीश पर साधा निशाना
बेगूसराय जिले के गढ़पुरा प्रखंड में नीतीश कुमार के सामाजिक न्याय संग विकास के नारे पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि इन सारे लोगों के दावों को सही मान भी लिया जाये तो भी इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि बिहार आज भी देश का सबसे गरीब, सबसे पिछड़ा, सबसे ज्यादा अशिक्षित और सबसे ज्यादा भुखमरी का शिकार है। ऐसे में तेजस्वी यादव, सुशील मोदी, राहुल गांधी या नरेंद्र मोदी ने क्या कहा, इस पर बात पर बहस का कोई मतलब ही नहीं है। अगर सबके दावों को सही मान भी लें तो भी आज बिहार देश का सबसे गरीब, सबसे ज्यादा पलायन वाला राज्य है, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है।