द फॉलोअप डेस्क
केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस से पहले बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करने की घोषणा की है। इस वर्ष बिहार से कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मरणोपरांत और जीवित रहते हुए पद्म सम्मान मिलेंगे।
सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन 2024 में छठ पर्व के दौरान हुआ था। लंबे समय से बीमार रहने के बाद शारदा सिन्हा ने दुनिया को अलविदा कहा था। भारत सरकार ने उन्हें कला के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान देने की घोषणा की है।
भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, जो कैंसर से पीड़ित थे, ने भी 2024 में दुनिया छोड़ दी थी। उन्हें लोक कार्य के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी और आध्यात्मिक व्यक्तित्व किशोर कुणाल का भी 2024 के अंत में निधन हुआ था। किशोर कुणाल को उनके सिविल सेवा क्षेत्र में योगदान के लिए मरणोपरांत पद्म श्री सम्मान दिया गया है। इसके अतिरिक्त चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हेमंत कुमार, 'मुशहर के मसीहा' के नाम से प्रसिद्ध भीम सिंह भवेश और समाजसेवी निर्मला देवी को भी पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन विभूतियों को पद्म पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि शारदा सिन्हा, सुशील मोदी और किशोर कुणाल को मिले पुरस्कारों से बिहार का गौरव बढ़ा है। उन्होंने अन्य सभी सम्मानित व्यक्तियों को भी बधाई और शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने भी इन सम्मानित व्यक्तियों की उपलब्धियों को सराहा और उन्हें बधाई दी।