राजगीर:
बिहार (Bihar) में मंकीपॉक्स (MonkeyPox) का खतरा बढ़ता जा रहा है। नालंदा (Nalanda) के राजगीर (Rajgir) में भी एक संदिग्ध मरीज (suspected patient) मिला है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने उसका सैंपल (Sample) जांच के लिए पुणे भेज दिया है। बता दें कि मंगलवार को पटना में पहला संदिग्ध मरीज पाया गया था। संदिग्ध मरीज पटना सिटी (Patnacity) में रहने वाली एक महिला है। महिला में मंकीपॉक्स के सभी लक्षण दिख रहे थे।
स्वस्थ्य विभाग की टीम अलर्ट
वहीं, मंगलवार को पहला संदिग्ध मरीज मिलने के बाद स्वस्थ्य विभाग की टीम अलर्ट हो गई है। राज्य में मंकीपॉक्स के जांच के निर्देश जारी कर दिए गए है। केंद्र से मिली गाइडलाइन को सभी चिकित्सा प्रभारियों को भेजा गया है। निर्देश दिया है कि मंगलवार को सभी चिकित्सक, आशा और एएनएम को मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में ठीक से बताएं। एनएम या आशा को किसी मरीज में लक्षण मिले तो वह तुरंत इसकी सूचना दे।
चेचक से मिलती-जुलती है मंकीपॉक्स
बता दें कि मंकीपॉक्स चेचक से मिलती-जुलती बीमारी है। यह एक ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण है। इसकी अवधि आमतौर पर 7-14 दिन होती है लेकिन यह 5-21 दिनों तक हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति लक्षण प्रकट होने के 1-2 दिन पहले से रोग फैला सकता है।