द फॉलोअप डेस्कः
बिहार के बांका में शुक्रवार की देर शाम को एक सड़क हादसे में आधा दर्जन कांवरियों की मौत हो गयी। दरअसल प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी गत बुधवार को पूर्णिमा के अवसर पर बांका, रजौन व अमरपुर प्रखंड क्षेत्र से हजारों कांवरिया का जत्था सुल्तानगंज गंगा घाट पर पवित्र जल भरने के लिए पहुंचे थे। जहां से भव्य रथ यात्रा निकालकर कांवरिया का यह जत्था भजन कीर्तन करते हुये आगे बढ़ रहे थे।
एक दर्जन से अधिक लोग घायल
सबसे पहले जत्था के द्वारा सुल्तानगंज से चलकर शंभुगंज स्थित तेलडीहा दुर्गा स्थान पहुंचकर पूजा अर्चना कर जलार्पण किया। जिसके बाद यह जत्था आगे बढ़कर अमरपुर के जेष्ठगौरनाथ मंदिर जलार्पण के लिए जा रहे थे। इसी दौरान इंगलिशमोड़-शंभुगंज मुख्य मार्ग पर नगरडीह गांव के पास एक अनियंत्रित काले रंग के वाहन ने सड़क पर चल रहे कांवरिया की जत्था को रौंद दिया। जिस घटना में छह कांवरिया की मौत हो गयी। जिसमें चार महिला शामिल है. वहीं इस घटना में एक दर्जन से अधिक कांवरिया गंभीर रुप से जख्मी हो गये। वहीं घटना के बाद वहां मौजूद गुस्साए गांव के लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया साथ ही 112 पुलिस गाड़ी में आग लगा दिया। इसके अलावा दरोगा बबन मांझी को मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया गया। जिनका इलाज रेफरल अस्पताल में चल रहा है।
इन गांव के कांवरिया थे जत्था में शामिल
बताया जा रहा है कि इस कांवरिया के जत्था में बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के शोभानपुर, नकसोसा, कठैल, ईटहरी, बल्लीकित्ता, बेला, बैदाडीह, जमुआ, कैथा एवं रजौन थाना क्षेत्र के सिकानपुर, चिलकावर, बथुनिया, मंझगाय डरपा पंचायत के मोहनपुर व जेष्ठगौरनाथ मंदिर के आसपास बसे गांव के लोग शामिल थे।