पटना :
पटना साइबर पुलिस ने में एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का खुलासा किया है। साइबर ठगी गिरोह कई ज़िलों के लोगो को अपना शिकार बनाया था। बता दें कि गिरोह ने करीब 500 लोगों का फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा रखा था। यह गिरोह लगभग हर दिन लोगों के खाते से 5 लाख रुपये निकालता था। इसमें एक पत्रकार भी शामिल था जिसने सारी सूचना पुलिस को दी थी। नगर थाना की पुलिस ने जब पत्रकार कुंदन को पकड़ा तो उसने पुलिस अधिकारियों के सामने सारी बातों का खुलासा किया।
हर महीने अच्छी खासी सैलरी
ठगी गिरोह में काम करने वालों की सैलरी हर महीने 20 से 30 हज़ार की होती है। रकम ट्रांसफर करने के लिए दूरदराज के लोगों को हर महीने 5000 रुपये देने का वादा करता था। गिरफ्तार कुंदन और उसके साथी पत्रकार नगर थाना क्षेत्र से सटे जगनपुरा इलाके में आलीशान जिंदगी जीते रहे हैं। कुंदन ने पुलिस को बताया है कि कोई भी सदस्य अगर पुलिस की गिरफ्त में आ जाता है तो जल्द से जल्द साइबर गिरोह के सारे लोग अपना मोबाइल नंबर और सिम कार्ड बदल देते हैं।गिरोह का मुख्य काम था कि लोगो को झांसा देकर उनके खाते से रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर करना । इस गिरोह का मुख्य क्रिमिनल चंदन है। कुंदन को पहली बार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुंदन के गांव में लोग यह नहीं जानते हैं कि वह साइबर अपराधी है. कुंदन एक साल पहले चंदन के संपर्क में आया तब साइबर ठगी की दुनिया में उतर गया।
इस तरह से ठगी करते थे
कुंदन ने पुलिस को बताया है कि केवाईसी, लकी ड्रॉ जैसी चीजों के नाम पर फोन और मैसेज करते हैं, इसके अलावा दूसरा गिरोह फर्जी आईडी पर सिम कार्ड से लेकर लोगों का नंबर उपलब्ध करवाता है। तीसरा गिरोह दूर दराज गांव में जाकर किराए पर अकाउंट लेने के अलावा फर्जी दस्तावेज पर बैंक में अकाउंट खुलवाने से लेकर एटीएम कार्ड पासबुक और चेक बुक का प्रबंध करता है। चौथा एटीएम कार्ड और पासबुक को चौथे गिरोह की पांचवी टीम रुपए लेकर सरगना चंदन तक पहुंचा देती थी।