द फॉलोअप डेस्क
पटना में सफर करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। जेपी गंगापथ पर दीघा से दीदारगंज तक का 20.5 किलोमीटर का सफर जल्द ही पूरा होने वाला है। पटना घाट से आगे बचे तीन स्पैन का काम 10 मार्च तक पूरा हो जाएगा, जिसके बाद लांचर उतारने में 20 दिन का समय लगेगा। इस दौरान सड़क की फिनिशिंग का काम भी पूरा हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि अप्रैल के पहले सप्ताह से इस पूरे रूट पर वाहन सुचारू रूप से चलने लगेंगे।
गंगापथ के पूरी तरह से चालू होने के बाद दीघा से दीदारगंज तक का सफर महज 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जिससे अशोक राजपथ, जीरो माइल और पहाड़ी इलाकों में लगने वाले जाम से बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा, बख्तियारपुर जाने वाले वाहन सीधे गंगापथ के जरिए एनएच-30 से जुड़ जाएंगे, जिससे शहर में ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।
पटना घाट को पटना साहिब स्टेशन से जोड़ने के लिए नई सड़क बनाने का प्रस्ताव भी है, जिससे गंगापथ से स्टेशन तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। यह सड़क रेलवे की जमीन पर बनाई जानी है, लेकिन इसके लिए अभी रेलवे की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) का इंतजार किया जा रहा है। मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पटना के यातायात को और सुगम बनाने के लिए कारगिल चौक से एनआईटी तक डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण भी जारी है। अप्रैल में इस पर वाहनों का परिचालन शुरू होने की संभावना है। पहले चरण में कारगिल चौक से पटना विश्वविद्यालय तक यातायात शुरू करने के लिए निर्माण कार्य को तेज किया गया है। बुधवार को कारगिल चौक के पास बन रहे रैंप पर तारकोल और गिट्टी डालकर पिचिंग का काम पूरा कर लिया गया। यहां से वाहन सीधे डबल डेकर फ्लाईओवर की ऊपरी सड़क पर चढ़ सकेंगे। पटना विश्वविद्यालय के पास रैंप पहले ही तैयार हो चुका है। एनआईटी मोड़ से आने वाले वाहन डबल डेकर फ्लाईओवर की निचली सड़क से होकर बीएन कॉलेज के पास उतरेंगे। इसके लिए पटना कॉलेज और बीएन कॉलेज के पास रैंप का निर्माण अंतिम चरण में है।
जेपी गंगापथ और डबल डेकर फ्लाईओवर के चालू होने से पटना की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है। गंगापथ से आने वाले वाहनों का दबाव अशोक राजपथ, जीरो माइल समेत अन्य मुख्य सड़कों से कम हो जाएगा, जिससे रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी।