द फॉलोअप डेस्क
न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन का निर्माण अब पहले तय किए गए स्थान टेकानी में नहीं, बल्कि 13 किलोमीटर दूर जगदीशपुर में होगा। पहले इस स्टेशन को भागलपुर रेलवे स्टेशन से साढ़े तीन किलोमीटर दूर टेकानी स्टेशन के बीच में बनाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन वहां ज़मीन की कमी के कारण अब स्टेशन का निर्माण जगदीशपुर में किया जाएगा। इस बदलाव के बाद, न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन और वर्तमान भागलपुर रेलवे स्टेशन के यार्ड के सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश की याती निधि कंस्ट्रक्शन एजेंसी को सौंपा गया है।
मालदा डिवीजन द्वारा बुधवार को इस कंपनी को लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस (एलओए) दिया गया है, जिसके बाद अब डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने का काम शुरू होगा। एजेंसी की टीम जल्द ही भागलपुर आएगी और दोनों स्थानों के एरिया का निरीक्षण करेगी। इस परियोजना का कुल बजट 190 करोड़ रुपये है।
न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन में कई सुविधाओं का प्रस्ताव किया गया है, जैसे कि फूट ओवर ब्रिज, स्वचालित सीढ़ी, लिफ्ट, फूड प्लाजा, एटीएम, और यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था। यार्ड का सौंदर्यीकरण और रिमॉडलिंग भी किया जाएगा। साथ ही, मौजूदा भागलपुर स्टेशन से टर्मिनल तक दो ट्रैक कनेक्टिविटी का प्रावधान रखा जाएगा।
प्रस्तावित योजनाओं के तहत:
• छह रिसेप्शन सह डिस्पैच लाइनें प्रस्तावित हैं, जिनमें दो मुख्य लाइनें और चार लूप लाइनें होंगी।
• दो आइलैंड प्लेटफॉर्म और एक पैसेंजर प्लेटफॉर्म भी प्रस्तावित हैं।
• प्लेटफॉर्म की लंबाई 600 मीटर होगी, जिससे ट्रेनों को पर्याप्त जगह मिल सकेगी।
• स्वचालित कोच धुलाई सुविधा के लिए एक लाइन का प्रावधान किया जाएगा।
• केंद्रीय विद्युतीकरण का भी प्रावधान होगा।
भागलपुर रेलवे स्टेशन में अब जगह की कमी महसूस होने लगी है, खासकर ट्रेनों को रखने और वाशिंग पिट के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण। वहीं, जगदीशपुर में रेलवे की अपनी पर्याप्त जमीन उपलब्ध है, जिससे स्टेशन के निर्माण के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी।
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि भागलपुर का मौजूदा रेलवे स्टेशन बंद किया जाएगा। वर्तमान रेलवे स्टेशन का संचालन जारी रहेगा और वहां जो सुविधाएं हैं, वे बरकरार रहेंगी।
न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन का निर्माण जगदीशपुर में होने से इलाके में बेहतर रेलवे सुविधाएं मिलेंगी और यात्रियों को राहत मिलेगी।