द फॉलोअप डेस्क
बिहार के गोपालगंज जिले में एक शादी समारोह के दौरान हुई सनसनीखेज घटना ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया। 23 मई 2025 की रात ऑर्केस्ट्रा के दौरान कुछ युवकों ने मंडप से ही दूल्हे का अपहरण कर लिया। घटना ने न सिर्फ शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया, बल्कि प्रशासन को भी अलर्ट मोड में ला दिया।
ऑर्केस्ट्रा पर पूर्ण प्रतिबंध, डांसरों को 24 घंटे का अल्टीमेटम
इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से जिले भर में ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रमों पर *पूर्ण प्रतिबंध* लगा दिया है। साथ ही, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अन्य राज्यों से आई महिला डांसरों को *24 घंटे के भीतर जिला छोड़ने* का आदेश जारी किया गया है।
क्यों उठाना पड़ा इतना सख्त कदम?
प्रशासन का कहना है कि ऑर्केस्ट्रा की आड़ में *अश्लील नृत्य, हथियारों का खुलेआम प्रदर्शन, और हर्ष फायरिंग जैसी गतिविधियाँ बढ़ती जा रही थीं। दूल्हे के अपहरण की घटना ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी।
एसपी का सख्त निर्देश:
एसपी अवधेश दीक्षित ने जिले के सभी थानों में ऑर्केस्ट्रा संचालकों की बैठक बुलाई और स्पष्ट निर्देश दिया कि अब किसी भी शादी या सार्वजनिक आयोजन में ऑर्केस्ट्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा सभी संचालकों से एक शपथ-पत्र भी भरवाया गया, जिसमें उन्होंने कानून का पालन करने और विवादास्पद गतिविधियों से दूर रहने का वचन दिया।
कला बनाम कानून की जंग?
प्रशासन के इस फैसले से डांसरों और ऑर्केस्ट्रा संचालकों में भारी निराशा है। संचालक अनु मिश्रा ने कहा, "हमारी कला ही हमारा रोज़गार है, हमें अपराधी की तरह देखना अपमानजनक है।"
डांसर रानी कुमारी ने कहा कि इस प्रतिबंध से उनके बच्चों की पढ़ाई और घरेलू खर्च पर असर पड़ेगा।
डांसर रोमा चटर्जी ने कहा, "जांच पूरी होने से पहले सभी को दोषी ठहराना अन्याय है।"
प्रशासन का जवाब साफ है:
एसपी ने कहा कि प्रशासन कला या रोजगार के खिलाफ नहीं, लेकिन कानून-व्यवस्था सर्वोपरि है। जांच पूरी होने तक डांसरों को जिले में रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती। दोषियों की पहचान होते ही कार्रवाई की जाएगी।
क्या अब गोपालगंज में शादियों का रंग फीका पड़ जाएगा?
इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में प्रशासन की जांच और उसके फैसलों पर निर्भर करेगा। लेकिन फिलहाल, ऑर्केस्ट्रा का संगीत बंद है... और कई परिवारों की रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है।