द फॉलोअप डेस्क
पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर (मलाही पकड़ी से आईएसबीटी) में मार्च से पटरी बिछाने का काम शुरू हो जाएगा। दिल्ली मेट्रो के फेज चार के तहत जिस एजेंसी ने पटरी का काम किया है, वही एजेंसी पटरी की आपूर्ति भी कर रही है। पटरी जीरोमाइल के समीप गोडाउन में पहुंच चुकी है, और राज्य सरकार ने अगस्त 2025 तक मेट्रो चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मेट्रो ट्रैक पर मेट्रो रेल चलाने के लिए तीन बोगियों की एक रैक का ऑर्डर भी दे दिया गया है, जो पुणे से आएगी। इन बोगियों के पटना आने में तीन से चार माह का वक्त लग सकता है। इस दौरान, ट्रैक बिछाने के साथ ही इलेक्ट्रिकल, सिग्नल और टेलीकॉम कार्य भी पूरे किए जाएंगे।
चार स्टेशनों पर रुकेगी मेट्रो
6.5 किमी लंबे प्राथमिक कोरिडोर में पांच एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे: मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल और न्यू आईएसबीटी। लेकिन शुरुआती दौर में खेमनीचक को छोड़कर चार स्टेशनों पर मेट्रो रुकेगी। इन चार स्टेशनों पर स्वचालित किराया संग्रह मशीन, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और गेट प्रणाली आदि स्थापित करने के लिए एजेंसी का चयन पूरा कर लिया गया है, और अगले माह से इस पर काम शुरू हो जाएगा। साथ ही, प्री-फैब्रिकेटेड स्टेशन का स्ट्रक्चर भी इंस्टॉल किया जा रहा है।
डिपो का निर्माण जून तक पूरा होगा
पटना मेट्रो का डिपो भी जून 2025 तक तैयार हो जाएगा। डिपो में मेट्रो रेक के वॉशिंग और मेंटेनेंस पिट के अलावा कंट्रोल रूम, मेट्रो स्टेबलिंग लाइन, विद्युत सब स्टेशन, ऑटो कोच वाश प्लांट, वर्कशॉप शेड, इंस्पेक्शन शेड, इंटरनल क्लीनिंग शेड, रिसीविंग सब स्टेशन, इलेक्ट्रिक एवं ट्रैक यूनिट आदि की व्यवस्था की जाएगी। इस प्रकार, पटना मेट्रो परियोजना तेजी से अपने अंतिम चरण में पहुंच रही है, और राज्य के लोगों को जल्द ही मेट्रो यात्रा का लाभ मिल सकता है।