पटना:
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तारकिशोर प्रसाद ने एनडीए गठबंधन टूटने के बाद पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। तारकिशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 1 दिन पहले ही नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जेडीयू को तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। अब वे लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चुप हो गये हैं, क्योंकि वे अब क्लीन हैं।
तारकिशोर प्रसाद ने नीतीश पर साधा निशाना
तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जब भी नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं तो ऐसी बातें कहने लगते हैं। प्रधानमंत्री बनने की उनकी अच्छा उनको जनता के जनादेश के साथ विश्वासघात करने के लिए प्रेरित करती है। गौरतलब है कि सियासी हलकों में इस बात की चर्चा है कि नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में जाना चाहते हैं। हो सकता है कि 1 साल बाद नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव को बिहार की कमान सौंपकर पीएम बनने की अपनी महात्वाकांक्षा पूरी करने के लिए राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो जायें। हालांकि, नीतीश कुमार इन संभावनाओं को हमेशा नकारते रहे हैं।
Day before y'day he (Bihar CM Nitish Kumar) accused BJP of attempting to break the JD(U) and he went quiet on the matter of corruption as if Lalu Prasad Yadav's family's corruption cases are now closed & they have become "clean": Former Dy CM of Bihar & BJP MLA Tarkishore Prasad pic.twitter.com/2BjV8PPls4
— ANI (@ANI) August 11, 2022
सुशील मोदी के आरोपों को नीतीश ने बताया फर्जी
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नीतीश कुमार के सहयोगी रहे सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार के बारे में कहा कि उनकी महात्वाकांक्षा उपराष्ट्रपति बनने की थी लेकिन, जब ऐसा नहीं हुआ तो नाराज नीतीश ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया। सुशील मोदी ने ये भी कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को नीतीश कुमार के नाम पर वोट नहीं मिला बल्कि लोगों ने पीएम मोदी को वोट दिया था। यदि नीतीश कुमार के नाम पर वोट मिला होता तो एनडीए के सीटों की संख्या 150 से 170 के पार होती। खुद जेडीयू 43 सीटों पर ना सिमटती। हालांकि, नीतीश कुमार ने सुशील मोदी के इन आरोपों को बकवास बताया है।