पटना:
बिहार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा फर्जीवाड़ा कर नर्स नियुक्ति का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग के ओर से फर्जी तरीके से बड़े पैमाने पर पोस्टिंग किए जाने का मामला सामने आया है। शातिर ने बिहार के बहुत से सरकारी अस्पताल में नर्स की नियुक्ति भी कर दी थी। आपको बता दें कि लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्टाफ नर्स ए ग्रेड पद पर 62 लोगों की नियुक्ति कर दी गई। मामले का खुलासा होने के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई।
जांच में सामने आया पूरा फर्जीवाड़ा
जांच में पता चला है कि नियुक्ति पूरी तरीके से फर्जी है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में छानबिन तेजी से चल रही है। बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉक्टर महेश्वर प्रसाद के नाम जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि असामाजिक तत्वों द्वारा निदेशालय आदेश ज्ञापांक 122 (6) दिनांक 18 फरवरी से 62 स्टाफ नर्स ए ग्रेड के पद पर फर्जी बहाली और पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। इस तरह से फर्जी बहाली के माध्यम से ऐसे नसों की तलाश खुद अपने स्तर पर करें।
नर्सों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
फर्जी तरीके से नियुक्त की गईं नर्स को अगर जांच के दौरान उन्हें पहचान लिया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी। उनके खिलाफ केस भी दर्ज कराया जाएगा। विभाग की ओर से यह जारी किया गया है कि स्वास्थ्य विभाग में पटना के सचिवालय थाना में फर्जी तरीके से 62 नर्सों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है। हालांकि नर्सों की सूची भी थाने को सौंप दी गई है। जांच के बाद जैसे ही इनका पता चलता है इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।