द फॉलोअप डेस्क
ईडी ने आज लालू यादव के करीबी माने जाने वाले बिजनेसमैन अमित कात्याल के ठिकानों पर छापेमारी की है। मिली खबर के मुताबिक कात्याल के दिल्ली, गुरुगुग्राम और सोनीपत के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। छापेमारी में ईडी की टीम को कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। कागजात का अध्ययन किया जा रहा है। कात्याल पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है। आपकों बता दें कि कात्याल का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया था, जब लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव के करीबियों की भूमिका की पड़तला ईडी कर रही थी।
पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं कात्याल
बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले में अमित कात्याल को 2023 के नवंबर महीने में गिरफ्तार किया गया था। कात्याल को लालू यादव का करीबी होने के साथ बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का दोस्त बताया जाता है। वह एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के प्रोमोटर हैं। लैंड फॉर जॉब मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने बताया है कि कात्याल की इस कंपनी के जरिये लालू यादव फैमिली को लाभ पहुचाये गये।
क्या है लैंड फॉर जॉब मामला
लैंड फॉर जॉब का मामला साल 2004 से लेकर वर्ष 2009 के बीच का हैं। उस समय लालू प्रसाद भारत सरकार के रेल मंत्री थे। आरोप है कि नौकरी लगवाने के बदले लालू ने जमीन ली थी। इस मामले की जांच सीबीआई ने की और उसके बाद लालू प्रसाद समेत उनकी बेटी पर मामला दर्ज हुआ। वहीं, मीसा भारती अभी राज्य सभा की सदस्य हैं। इस मामले में लालू प्रसाद के बेहद करीबी भोला यादव से भी लंबी पूछताछ हो चुकी हैं। अरेस्ट करने के बाद उनसे पूछताछ हुई थी। भोला यादव 2004 से लेकर 2009 तक लालू यादव के ओएसडी थे। लालू प्रसाद, मीसा भारती समेत जिन 16 लोगों को समन जारी किया गया है उन्हें अब जमानत लेनी होगी।
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