सारणः
पूर्ण शराब बंदी वाले राज्य बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी है। सारण जिले में मंगलवार की रात से ही मौत का तांडव शुरू है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 50 लोगों की मौत पिछले 2 दिनों में हो गई है। मौत के आंकड़े बढ़ सकते हैं क्योंकि कई लोग जो अस्पताल में भर्ती हैं। जिले के मशरक, इसुआपुर, मढ़ौरा व अमनौर प्रखंडों में ये मामले पाए गये हैं। मशरक थाना का ग्रामीणों घेराव भी किया। इधर जहरीली शराब से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौत को लेकर आज लगातार तीसरे दिन विधानसभा में हंगामा होने के आसार है। विपक्षी दल भाजपा के विधायक लगातार इस मामले में सरकार पर हमलावर है। दूसरी ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बचाव की मुद्रा में है। गुरुवार को नीतीश ने साफ कहा था कि जो पिएगा वो मरेगा। तेजस्वी ने भी इस मामले में बीजेपी विधायकों पर विधानसभा में नाटक करने का आरोप लगाया था।
ड्राम की ढक्कन खुली थी, स्प्रिट गायब
ग्रामीणों का कहना है कि थाने में जो स्प्रिट जब्त करके रखे गये थे, उसे बेच दिया गया और उससे ही ये जहरीली शराब बनी थी। जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग को वीडियो भेजा है जिसमें थाने में पड़े जब्त स्प्रिट के ड्रम के ढक्कन खुले थे और स्प्रिट गायब थे। मामला काफी गंभीर है इसलिए वरीय अधिकारी भी जांच के लिए थाने पहुंचे हैं। थाने में रखी जब्त शराब और स्प्रिट का सैंपल लिया गया। अभी तक किसी वरीय अधिकारी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। मशरक थाना प्रभारी रितेश मिश्रा और चौकीदार विकेश तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। इधर मढ़ौरा के डीएसपी इंद्रजीत बैठा का तबादला किया गया और गृह विभाग से विभागिय कार्रवाई की अनुशंसा की जा चुकी है।