द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार 11 फरवरी को प्रगति यात्रा के तहत औरंगाबाद जिला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिले के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। यह बताया कि हाल ही में किए गए विकास कार्यों के बावजूद जिन क्षेत्रों में कमी रह गई थी, उन्हें पूरा किया जाएगा। इन घोषणाओं से औरंगाबाद जिले में विकास के नए अवसर उत्पन्न होंगे और स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। ऐसे में मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं को जिले के समग्र विकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कदम बताया।
रिंग रोड और ट्रॉमा सेंटर का होगा निर्माण
मिली जानकारी के अनुसार, पथ निर्माण विभाग ने देव नगर पंचायत में रिंग रोड के निर्माण की घोषणा की, जिससे ऐतिहासिक सूर्य मंदिर तक श्रद्धालुओं का पहुंचना और भी सुगम होगा। साथ ही इस योजना से क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय उच्च पथ पर ट्रॉमा सेंटर बनाने की घोषणा की गई। यह केंद्र सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगा।
बिशुनपुर कैनाल का होगा पुनर्निर्माण
बताया जा रहा है कि प्रगति यात्रा के तहत जल संसाधन विभाग ने बिशुनपुर कैनाल के पुनर्निर्माण की घोषणा की है, जो एनटीपीसी नवीनगर के स्थापना के बाद बंद हो गई थी। इससे 15 गांवों की 2500 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
इसके साथ ही जल संसाधन विभाग ने औरंगाबाद शहर में अदरी नदी के किनारे रिवर फ्रंट डेवलपमेंट की योजना बनाई है। यह कार्य बाईपास सड़क और पार्क के निर्माण को बढ़ावा देगा, जिससे स्थानीय पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।चेक डेम और ग्रीनफील्ड सम्पर्क पथ का किया जाएगा निर्माण
मालूम हो कि इस दौरान लघु जल संसाधन विभाग के तहत मदनपुर प्रखंड के चांद बिगहा गांव में केशहर नदी पर चेक डेम का निर्माण होगा, जिससे किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी। इसके अलावा पथ निर्माण विभाग ने देव नगर पंचायत में सूर्य मंदिर के पास ग्रीनफील्ड सम्पर्क पथ बनाने का ऐलान किया है। इससे खासकर छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
स्टेडियम और बाइपास का होगा विकास
प्रगति यात्रा के तहत औरंगाबाद जिले के 7 प्रखंडों में नए प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवनों का निर्माण किया जाएगा, जो भवन निर्माण विभाग द्वारा विकसित किए जाएंगे। साथ ही खेल विभाग ने औरंगाबाद में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया है, जिससे स्थानीय खेलों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा पथ निर्माण विभाग ने भी रफीगंज में बाइपास बनाने की योजना बनाई है। इससे यातायात की समस्या हल होगी और क्षेत्र में सड़क परिवहन की स्थिति बेहतर होगी।
केन्द्रीय विद्यालय और मेडिकल कॉलेज की होगी स्थापना
वहीं, शिक्षा विभाग ने आश्वासन दिया है कि अगर औरंगाबाद में केन्द्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव आता है, तो इसके लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि औरंगाबाद जिले में नया मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बनाने के लिए उपयुक्त भूमि की तलाश की जाएगी और इसके लिए एक टीम जल्द भेजी जाएगी।