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बिहार : इस्तेमाल के इंतजार में खड़ा है 84 लाख की लागत से बना पशु अस्पताल

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दरभंगा :
बिहार में विकास की बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार की एकबार फिर पोल खुली है। बिहार के दरभंगा जिले से एक मामला प्रकाश में आया है। मामला दरभंगा मनीगाछी प्रखंड के नेहरा का है जहां 84 लाख की लागत से बना पशु अस्पताल सुविधाओं के अभाव में इस्तेमाल के इंतजार में खड़ा है। इस अस्पताल का टेंडर साल 2008 में निकाला गया था और 2017 में यह बनकर तैयार हुआ। इसके बाद अब तक नए भवन में पशु चिकित्सालय शुरू नहीं किया जा सका है। बता दें कि इस पशु अस्पताल को बनाने की पहल पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ नागेंद्र झा ने की थी। 

 


सारे कीमती सामान हुए चोरी
वर्तमान में महज एक चिकित्सक ही यहां पदस्थापित हैं, चतुर्थ वर्गीय की दोनों पद खाली हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां कुछ लोगों ने  ग़ैर-क़ानूनी तरीके से कब्जा किया हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि इस भवन में बहुत सारे कीमती सामान की चोरी हो चुकी है लेकिन, इस पर पशुपालन विभाग का कोई ध्यान नहीं है। लोगों का कहना है कि यदि पशुपालन विभाग इस भवन का उपयोग नहीं कर पा रहा है तो इसे किसी और विभाग के हवाले कर दे ताकि पास में अवस्थित जर्जर प्राकृतिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पशु चिकित्सालय भवन में चल सके और इसका सदुपयोग भी हो सके।


किसी तरह कर रहें है आम जनता की सेवा: मौजूदा डॉक्टर
मौजूदा पशु चिकित्सक डॉक्टर शिव कुमार ने बताया कि दिक्कत तो बहुत सारी है। अभी वह भवन हमारे विभाग को नहीं सौंपा गया है। यहां बैठने का जगह नहीं है। किसी तरह से हम आम जनता को सेवा दे पा रहे है। आसपास के लोग अपने जानवर लेकर आते है और दवा लेकर जाते है। दूर-दराज के लोग तो फोन से ही संपर्क करके दवा पूछ लेते है।