द फॉलोअप डेस्क
दिल्ली, पंजाब औऱ हरियाण के बाद अब बिहार में भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। रोहतास जिले में किसान पिछले 37 दिनों से एमएसपी गारंटी और कदवन जलाशय परियोजना को चालू कराने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इस बीच मंगलवार की आधी रात को प्रशासन की कार्रवाई ने किसानों का गुस्सा भड़का दिया। किसानों का आरोप है कि आधी रात को सीओ जेसीबी मशीन और कुछ गुंडों के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और पंडाल उखाड़ने लगे। जब किसानों ने इसका विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया और खदेड़ दिया गया। कुछ किसानों को थाने भी ले जाया गया।
प्रदर्शन कर रहे किसान महासंघ के अध्यक्ष रमाशंकर सरकार ने कहा कि यह शांतिपूर्ण आंदोलन है। लेकिन प्रशासन इसे कुचलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, ''आधी रात को आकर किसानों को डराना-धमकाना अनुचित है। प्रशासन का यह रवैया तानाशाही जैसा है, जिसे किसान कभी बर्दाशत नहीं करेंगे।'' वहीं किसानों ने बताया कि कदवन जलाशय परियोजना का डीपीआर 1987 से घूम रहा है। लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उस परियोजना के चालू होने से इलाके की सिंचाई व्यवस्था सुधरेगी।
फसलों के लिए एमएसपी गारंटी की मांग
किसान एमएसपी गारंटी कानून की भी मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर 11 नवंबर से सासाराम में अनिश्चितकालीन धरना जारी है। लेकिन मंगलवार की रात प्रशासन ने पंडाल उखाड़कर सभी सामान जब्त कर लिया, जिससे किसानों में नाराजगी बढ़ गई है।